डॉ. आर.पी. सूनावाला के नाम से थे प्रसिद्ध
डॉ. रुस्तम सूनावाला को चिकित्सा जगत में ‘डॉ. आर.पी. सूनावाला’ के नाम से जाना जाता था। उनका योगदान महिलाओं के स्वास्थ्य और बांझपन के उपचार में अत्यधिक महत्वपूर्ण था। वे एक जानेमाने गायनोकोलॉजिस्ट थे, और उन्होंने 1948 में अपनी प्रैक्टिस शुरू की थी। डॉक्टर सूनावाला का सबसे बड़ा योगदान इंट्रा यूटेरिन कॉन्ट्रासेप्टिव डिवाइस (IUCD) का निर्माण था, जिसके लिए उन्हें 1991 में पद्मश्री अवार्ड से नवाजा गया था। उनका काम आज भी चिकित्सा क्षेत्र में मिसाल के तौर पर लिया जाता है।
बॉलीवुड हस्तियों के प्रिय डॉक्टर
डॉ. सूनावाला केवल चिकित्सा जगत में ही नहीं, बल्कि बॉलीवुड में भी एक जाना-माना नाम थे। करीना कपूर और अनुष्का शर्मा की डिलीवरी करवाने के साथ-साथ, वे बच्चन परिवार के भी प्रिय डॉक्टर रहे थे। इसके अलावा, उन्होंने विजय माल्या के बेटे सिद्धार्थ माल्या की डिलीवरी के समय भी उनका इलाज किया था। डॉ. सूनावाला का नाम उन चुनिंदा डॉक्टरों में शुमार था जिन्हें भारतीय फिल्म इंडस्ट्री के सितारे अपनी महत्वपूर्ण जीवन घटनाओं के लिए भरोसा करते थे।
‘लाइफगिवर’ नामक बायोग्राफी
डॉ. रुस्तम सूनावाला के जीवन और उनके चिकित्सा कार्यों पर लेखक रश्मि उदय सिंह ने एक बायोग्राफी लिखी थी, जिसका नाम ‘लाइफगिवर’ था। इस किताब में डॉ. सूनावाला की चिकित्सा यात्रा, उनके संघर्ष और सफलता की कहानी को साझा किया गया है। इस बायोग्राफी ने उनकी कार्यशैली और उनके योगदान को प्रमुखता से उजागर किया।
कई दशकों तक स्वास्थ्य सेवाओं में योगदान
डॉ. रुस्तम सूनावाला ने अपने करियर के दौरान न केवल निजी क्लिनिकों में बल्कि शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में भी महिलाओं के स्वास्थ्य के प्रति अपनी जिम्मेदारी को निभाया। उनकी देखरेख में सैकड़ों महिलाओं ने सुरक्षित मातृत्व का अनुभव किया। उन्होंने विशेषकर बांझपन के इलाज में अपने अनुभव का साझा किया, जिससे कई दंपत्तियों को संतान सुख प्राप्त हुआ।
स्वास्थ्य सेवा में यादगार योगदान
डॉ. सूनावाला का निधन चिकित्सा जगत और बॉलीवुड दोनों के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उनका समर्पण और उनकी कार्यशैली हमेशा याद की जाएगी। उनके योगदानों का प्रभाव न केवल उनके रोगियों, बल्कि उनके साथ काम करने वाले चिकित्सा कर्मचारियों और विद्यार्थियों पर भी पड़ा। डॉ. सूनावाला का योगदान भारतीय चिकित्सा क्षेत्र में सदा जीवित रहेगा।
डॉ. रुस्तम सूनावाला का निधन चिकित्सा और बॉलीवुड जगत दोनों के लिए एक बड़ा शोक है। उन्होंने अपनी जिंदगी को महिलाओं के स्वास्थ्य और कल्याण के लिए समर्पित किया, और आज उनकी सेवाओं के कारण लाखों महिलाओं को सुरक्षित और स्वस्थ जीवन जीने का मौका मिला। उनकी यादें और योगदान हमेशा भारतीय चिकित्सा क्षेत्र में अमर रहेंगे।