‘हाउसफुल 5’ का दोहरा धमाका: 5A या 5B? दर्शकों में उलझन और प्रोड्यूसर की रिस्की रणनीति!

Manisha singh
6 Min Read
'हाउसफुल 5' का दोहरा धमाका: 5A या 5B? दर्शकों में उलझन और प्रोड्यूसर की रिस्की रणनीति!

आगरा: अक्षय कुमार, अभिषेक बच्चन, और रितेश देशमुख जैसे सितारों से सजी फिल्म ‘हाउसफुल 5’ को लेकर दर्शक इन दिनों एक बड़ी दुविधा में हैं: फिल्म का 5A वर्जन देखें या 5B वर्जन? और अगर दोनों देखें, तो कौन-सा पहले? या एक देखने के बाद दूसरा देखना भी चाहिए या नहीं?

इसमें कोई दो राय नहीं कि ‘हाउसफुल’ एक ऑल-टाइम हिट फ्रेंचाइजी है। फिल्म के चारों पार्ट सुपरहिट रहे हैं। कॉमेडी ड्रामा जॉनर में इस फिल्म ने भी ‘भूल भुलैया’, ‘वेलकम’, ‘हेरा फेरी’ या ‘गोलमाल’ की तरह दर्शकों का दिल जीता है और बॉक्स ऑफिस पर अच्छा-खासा कलेक्शन भी किया है। ‘हाउसफुल 4’ ने कोविड से पहले 2019 में दस्तक दी थी। करीब सौ करोड़ की लागत में बनी उस फिल्म ने देश में ₹210 करोड़ और वर्ल्डवाइड ₹296 करोड़ की कमाई की थी।

5 साल बाद ‘हाउसफुल 5’ की वापसी: दो वर्जन, दो क्लाइमैक्स!

अब ठीक पांच सालों के बाद ‘हाउसफुल 5’ रिलीज हो रही है। सितारों की संख्या को देखते हुए दर्शकों में इसे लेकर भारी उत्साह और जिज्ञासा है। अनोखी बात यह है कि ‘हाउसफुल 5’ का सामना किसी भी बड़ी कॉमेडी ड्रामा से नहीं हो रहा है; ‘गोलमाल 5’ साल के आखिर में रिलीज होने की संभावना है। इस तरह, खाली मैदान में दर्शकों की जिज्ञासा को देखते हुए प्रोड्यूसर साजिद नाडियाडवाला ने इस उत्साह को दोगुना करने की एक अनूठी रणनीति बनाई है, जिसका नतीजा है – ‘हाउसफुल 5’ का 5A और 5B वर्जन। इन दिनों फिल्म से ज्यादा इन दो वर्जन और दो किस्म के क्लाइमैक्स की चर्चा है।

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प्रोड्यूसर की रणनीति: रिस्की पर चतुराईपूर्ण दांव!

जाहिर है, हिंदी सिनेमा में इस तरह का प्रयोग पहली बार देखा जा रहा है। इस प्रयोग को लेकर फिल्म प्रेमियों के बीच कई सवाल और जबरदस्त बज़ भी है। आज की तारीख में जब दर्शक सिनेमाघरों में फिल्में देखने जाने में आलस्य दिखा रहे हैं, तो ऐसे माहौल में कितने दर्शक दो अलग-अलग क्लाइमैक्स वाली फिल्म को दो बार देखने थिएटर जाएंगे? जानकारों की राय में प्रोड्यूसर की रणनीति जोखिम भरी लेकिन बेहद चतुराईपूर्ण है।

आखिर कौन-सा वर्जन सबसे ज्यादा बेहतर है? दर्शकों में इसका जबरदस्त बज़ बनने वाला है, और यही बज़ फिल्म को बड़ी कामयाबी दिला सकता है। संभव है कि दर्शकों के एक समूह को अगर 5A वर्जन का क्लाइमैक्स पसंद नहीं आया, तो उनमें से कई 5B वर्जन भी देखने जा सकते हैं। इसी प्रकार, जिन्हें 5B वर्जन का क्लाइमैक्स रोचक नहीं लगा, वे 5A वर्जन भी देखने जा सकते हैं। इस प्रकार, ‘हाउसफुल 5’ देखने वालों की संख्या बढ़ सकती है। इस रिस्क फैक्टर के साथ-साथ इसमें कलेक्शन बढ़ाने की रणनीति भी शामिल है। देखना होगा कि इन दोनों फैक्टर में बाजी किसकी होती है।

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समान शो और 25 मिनट का अंतर!

दर्शकों के कौतूहल को देखते हुए करीब 5000 थिएटर्स में ‘हाउसफुल 5’ एक साथ रिलीज हो रही है। इस बात का खास ख्याल रखा गया है कि दोनों वर्जन के समान शो दिखाए जाएं, ताकि दर्शकों को दोनों को देखने का समान मौका मिले। वहीं, चर्चा तो इस बात की भी है कि ‘हाउसफुल 5’ के प्रोड्यूसर-डायरेक्टर की टीम ने फिल्म के दोनों वर्जन के केवल क्लाइमैक्स को ही अलग-अलग नहीं रखा है, बल्कि आखिरी के करीब 20 से 25 मिनट पूरी तरह से अलग-अलग हैं। यानी, एक ही फिल्म के दो वर्जन में दो तरह की कहानी देखने को मिल सकती है।

हॉलीवुड और बॉलीवुड में डबल क्लाइमैक्स की परंपरा

गौरतलब है कि हॉलीवुड में भी डबल क्लाइमैक्स वाली फिल्मों की परंपरा रही है। कई फिल्में डबल क्लाइमैक्स की बन चुकी हैं, मसलन ‘डार्क नाइट’, ‘गैलेक्सी क्वेस्ट’, ‘द सिक्स्थ सेंस’, ‘द यूजुअल सस्पेक्ट्स’ और ‘फाइट क्लब’। विदेश में इन फिल्मों ने दर्शकों का खूब मनोरंजन किया है और रिव्यूज बताते हैं कि दर्शकों ने इस प्रयोग को पसंद भी किया है। ऐसा माना जाता है कि दो अलग-अलग क्लाइमैक्स दोनों वर्जन की मूवी को मजबूती प्रदान करते हैं और फैसला दर्शकों के ऊपर छोड़कर उनमें रुचि बढ़ाते हैं।

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यह प्रयोग बॉलीवुड में पहली बार किया जा रहा है, जिसके नतीजे पर सबकी नजर है। हालांकि, इस प्रकार का एक प्रयोग भारत में ही आज से करीब ढाई दशक पहले भी हो चुका है। साल 1998 में मलयालम में एक फिल्म आई थी ‘हरिकृष्णन’, जिसमें जूही चावला मुख्य अभिनेत्री थीं और मोहनलाल तथा ममूटी अन्य प्रमुख कलाकार थे। फिल्म के दो अलग-अलग क्लाइमैक्स में जूही को दोनों हीरो के साथ देखा गया था।

वास्तव में, इस प्रकार फिल्म में दो अंत दिखाकर दर्शकों के लिए दो प्रकार के विकल्प दे दिए जाते हैं। कई बार ऐसा होता है कि दर्शकों का एक समूह एक खास किस्म के क्लाइमैक्स को पसंद नहीं करता, इस संबंध में उसकी अपनी भी राय होती है। जब डायरेक्टर या राइटर की सोच दर्शकों की सोच से मेल नहीं खाती है, तो डबल क्लाइमैक्स में फिल्ममेकर दर्शकों के सामने विकल्प के तौर पर दूसरा क्लाइमैक्स भी रख देते हैं। अब देखना है कि ‘हाउसफुल 5’ के दो वर्जन में कौन सा क्लाइमैक्स दर्शकों को कितना रिझाता है। 5A और 5B में कौन लोगों को ज्यादा पसंद आता है? फाइनल रिव्यू तो तभी मानी जाएगी।

 

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Granddaughter of a Freedom Fighter, Kriya Yoga Practitioner, follow me on X @ManiYogini for Indic History and Political insights.
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