फतेहपुर सीकरी पुलिस पर हत्यारोपियों से सांठगांठ का गंभीर आरोप

दलित दिव्यांग की हत्या में नामजद दबंगों से राजीनामे का जबरन बना रहे दवाब

पीड़ित परिवार को मिल रही जान से मारने की धमकी

आगरा। जनपद में पुलिस कमिश्नरेट घोषित होने के बावजूद पुलिस की कार्यप्रणाली में सुधार नहीं दिख रहा है। हत्या जैसे गंभीर मामले को भी हल्के में लेकर पीड़ितों को न्याय दिलाने की जगह उल्टा उन पर कार्रवाई का भय दिखाकर राजीनामे का भय दिखाया जाता है।

आपको बता दें कि थाना फतेहपुर सीकरी अंतर्गत गांव सामरा का दलित परिवार, बेहद भय के साए में जी रहा है। उनके लिए पुलिसवाले रक्षक की जगह भक्षक बनने लगे हैं। पीड़ित परिवार को न्याय मिलना तो दूर, उनको आए दिन धमकाया जा रहा है। बताया जाता है कि गांव का दिव्यांग संतोषी पुत्र सुंदरलाल, गांव के ही महेंद्र सिंह की विगत में हुई हत्या में एकमात्र गवाह था। उसको रास्ते से हटाने के लिए गांव के सवर्ण दबंगों ने उसकी हत्या की साजिश रचना शुरू कर दिया।

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थाना फतेहपुर सीकरी में विगत 18 अगस्त को दर्ज मुकदमे के अनुसार गांव के ही दबंग विजय सिंह पुत्र बुद्धाराम और उसके पुत्रगण रामजीत और बदन सिंह के साथ हरस्वरूप पुत्र रामनारायण, 7 अगस्त को संतोषी को धमकाते हुए अपने साथ जबरन ले गए। उसके बाद उस पर गवाही से हटने का दवाब बनाया जाने लगा। संतोषी द्वारा इंकार करने पर चारों दबंग तैश में आ गए। इसके बाद संतोषी के साथ गालीगलौज और मारपीट शुरू हो गई। कथित रूप से मारपीट के दौरान ही संतोषी की मौत होने पर उसकी लाश को तीन दिन तक छुपाने के बाद आत्महत्या का रूप देते हुए पेड़ के फंदे से लटका दिया गया। लाश के पास ही बैठकर शराब पी गई।

उधर चार दिन में संतोषी की लाश भी क्षत विक्षत हो गई। उसका शरीर काला पड़ चुका था। अपने पति की खोजबीन में भटक रही पत्नी गजना देवी ने आनन फानन में रिश्तेदारों को बुलवाकर पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने लाश का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।

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थाने पर सिपाहियों ने बनाया राजीनामे का दवाब

इस मामले में थाना फतेहपुर सीकरी के दो पुलिसकर्मी विनीत और फिरोज खान कर खलनायक का किरदार निभाने का आरोप है। मृतक संतोषी की पत्नी गजना देवी ने बताया कि घटना की रिपोर्ट लिखाने के लिए वह लगातार थाने पर भटकती रही, लेकिन विनीत और फिरोज द्वारा आईपीएस थाना प्रभारी से नहीं मिलने दिया गया। दबंग हत्यारोपियों के साथ संलिप्त दोनों पुलिसकर्मी लगातार गजना देवी पर दवाब बनाते रहे। बेहद मुश्किलों के बाद जब गजना देवी, थाना प्रभारी के समक्ष पहुंची, अपनी आपबीती सुनाई। इससे कुपित होकर थाना पुलिस गजना के भतीजे को थाने पर पकड़ लाई। उसको बुरी तरह मारा पीटा।

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हत्यारोपियों की अभी तक नहीं हुई गिरफ्तारी

इस मामले में पीड़िता गजना देवी ने बताया कि थाने पर हत्या समेत एससी एसटी की धाराओं में मुकदमा दर्ज होने के बावजूद पुलिस ने आज तक हत्यारोपियों की गिरफ्तारी नहीं की है। लगातार पुलिस अधिकारियों के चक्कर काट रही है। पति की हत्या के बाद अपनी और बच्चों की जान पर भी खतरा मंडरा रहा है। बुधवार को पुलिस कमिश्नर को पुनः शिकायत देने पहुंची गजना ने उनकी अनुपस्थिति में पुलिस अधिकारी केशव चौधरी से हत्यारोपियों की गिरफ्तारी की मांग की।

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