AI का नया ट्रेंड: AI साड़ी और 3D लुक के चक्कर में कहीं प्राइवेसी से खिलवाड़ तो नहीं?

Gaurangini Chaudhary
Gaurangini Chaudhary - Content writer
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AI का नया ट्रेंड: AI साड़ी और 3D लुक के चक्कर में कहीं प्राइवेसी से खिलवाड़ तो नहीं?

नई दिल्ली: Ghibli के बाद, अब सोशल मीडिया पर ‘Nano Banana AI’ का नया ट्रेंड छाया हुआ है। इंस्टाग्राम, फेसबुक और अन्य प्लेटफॉर्म्स पर हर कोई Google Gemini AI के जरिए अपनी तस्वीरों को 3D लुक या AI साड़ी में रेट्रो लुक देकर शेयर कर रहा है। लोग वायरल हो रहे प्रॉम्प्ट्स का इस्तेमाल कर धड़ल्ले से इस ट्रेंड का हिस्सा बन रहे हैं, लेकिन क्या इस क्रेज में हम अपनी प्राइवेसी के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं?

क्या है Nano Banana AI का ट्रेंड?

Nano Banana AI, दरअसल Google Gemini AI का ही एक खास एडिटिंग टूल है। यह लोगों को उनकी साधारण तस्वीरों को आकर्षक 3D या AI साड़ी वाले रेट्रो लुक में बदलने की सुविधा देता है। इस ट्रेंड की शुरुआत उन कुछ यूजर्स ने की थी, जिन्होंने अपनी AI-जनरेटेड तस्वीरें शेयर कीं। जैसे ही इन तस्वीरों को बनाने वाले प्रॉम्प्ट्स (निर्देश) वायरल हुए, हर कोई इसे आज़माने लगा। लोग अपने निजी फोटोज को अपलोड कर इस टूल की मदद से अलग-अलग तरह के विजुअल्स बना रहे हैं।

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खूबसूरती के पीछे छिपा प्राइवेसी का खतरा

AI-जनरेटेड तस्वीरों का यह ट्रेंड जितना लुभावना है, उतना ही खतरनाक भी हो सकता है। यह लोगों को उनकी डिजिटल प्राइवेसी पर दोबारा सोचने के लिए मजबूर करता है। आइए जानते हैं कि इस ट्रेंड में शामिल होने से क्या-क्या जोखिम हो सकते हैं:

  1. डेटा स्टोरेज और प्राइवेसी: जब आप AI टूल पर अपनी पर्सनल तस्वीरें अपलोड करते हैं, तो आपकी फोटो और उससे जुड़ा डेटा कंपनी के सर्वर पर सेव हो सकता है। भले ही ये कंपनियाँ डेटा को सुरक्षित रखने का दावा करती हैं, लेकिन डेटा लीक या दुरुपयोग का खतरा हमेशा बना रहता है। यह संभव है कि भविष्य में आपके डेटा का इस्तेमाल किसी अन्य उद्देश्य के लिए किया जाए, जिसकी आपको जानकारी भी न हो।
  2. डाटा का संभावित दुरुपयोग: आपके चेहरे की तस्वीर या अन्य व्यक्तिगत डेटा का इस्तेमाल डीपफेक (Deepfake) वीडियो या तस्वीरों को बनाने के लिए किया जा सकता है। साइबर अपराधी इस तरह की जानकारी का इस्तेमाल आपकी पहचान चुराने, धोखाधड़ी करने या आपको ब्लैकमेल करने के लिए कर सकते हैं।
  3. टर्म्स एंड कंडीशंस की अनदेखी: अक्सर, AI टूल्स का इस्तेमाल करते समय हम उनके ‘टर्म्स एंड कंडीशंस’ को बिना पढ़े ही स्वीकार कर लेते हैं। इन शर्तों में अक्सर यह लिखा होता है कि कंपनी आपके अपलोड किए गए डेटा का इस्तेमाल अपने AI मॉडल को प्रशिक्षित करने या अन्य व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए कर सकती है।
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सावधानी ही बचाव है

विशेषज्ञों का कहना है कि किसी भी ऑनलाइन ट्रेंड में शामिल होने से पहले हमें बेहद सतर्क रहना चाहिए। खासकर जब बात हमारी निजी तस्वीरों या जानकारी की हो। AI का इस्तेमाल करते समय हमेशा यह ध्यान रखें कि आप किस तरह की जानकारी साझा कर रहे हैं। यही सलाह दी जाती है कि AI टूल पर कभी भी अपनी कोई बहुत ही निजी या संवेदनशील तस्वीर अपलोड न करें।

यह समझना ज़रूरी है कि कोई भी AI टूल पूरी तरह से जोखिम-मुक्त नहीं होता है। Nano Banana AI या किसी भी अन्य AI इमेज जनरेटर का इस्तेमाल करते समय, केवल उन तस्वीरों को ही अपलोड करें जिन्हें आप सार्वजनिक रूप से साझा करने में सहज महसूस करते हैं। क्योंकि इंटरनेट पर एक बार गई जानकारी को पूरी तरह से हटाना लगभग नामुमकिन है।

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AI ट्रेंड्स, जैसे कि Nano Banana और AI साड़ी, मनोरंजन के लिए बहुत अच्छे हैं, लेकिन प्राइवेसी और सुरक्षा को कभी भी नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए। अगली बार जब आप अपनी तस्वीर को AI से बनाने का सोचें, तो एक बार खुद से पूछें: क्या कुछ लाइक्स के लिए मैं अपनी प्राइवेसी को दांव पर लगा रहा हूँ?

 

 

 

 

 

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