नई दिल्ली। अगर आप भी अक्सर एटीएम (ATM) से पैसे निकालते हैं, तो यह खबर आपके लिए जरूरी है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने एटीएम ट्रांजैक्शन पर लगने वाले शुल्क को बढ़ाने की मंजूरी दे दी है, जो 1 मई, 2025 से लागू होने जा रहा है। इसके साथ ही, बैंक ट्रांजैक्शन की मुफ्त सीमा में भी बदलाव कर सकते हैं, जिससे मुफ्त लेनदेन की संख्या घट सकती है।
RBI का यह कदम एटीएम नेटवर्क को सुदृढ़ करने और कस्टमर चार्ज में पारदर्शिता लाने के उद्देश्य से उठाया गया है। भारतीय स्टेट बैंक (SBI), HDFC बैंक, पंजाब नेशनल बैंक (PNB) और कोटक महिंद्रा बैंक जैसे कई बड़े बैंकों ने पहले ही अपने ग्राहकों को मुफ्त एटीएम लेनदेन की सीमा से अधिक होने पर लगने वाले नए शुल्कों के बारे में जानकारी देना शुरू कर दिया है।
सबसे पहले SBI ने किया था ऐलान
हालांकि, शुल्क में बढ़ोतरी का ऐलान सबसे पहले SBI ने किया था और बताया था कि नए एटीएम लेनदेन चार्ज 1 फरवरी से लागू होंगे। बैंक ने कहा था कि नई संरचना का उद्देश्य चार्ज स्लैब को सरल बनाना, डिजिटल बैंकिंग को बढ़ावा देना और मेट्रो व नॉन-मेट्रो शहरों में लेनदेन की सीमा को एक समान रखना है।
HDFC बैंक के नए ATM चार्ज
HDFC बैंक की वेबसाइट के अनुसार, 1 मई 2025 से निशुल्क सीमा से अधिक लेनदेन होने पर एटीएम लेनदेन शुल्क 21 रुपये + टैक्स से बढ़कर 23 रुपये + टैक्स हो जाएगा। यह शुल्क केवल कैश विड्रॉल पर लागू होगा। बैलेंस पूछताछ, मिनी स्टेटमेंट और पिन चेंज जैसे गैर-वित्तीय लेनदेन पर कोई शुल्क नहीं लगेगा। वहीं, नॉन-HDFC बैंक के ATM का उपयोग करने पर कैश विड्रॉल और नॉन-कैश ट्रांजैक्शन दोनों पर चार्ज लगेगा।
पंजाब नेशनल बैंक (PNB) भी बढ़ाएगा शुल्क
PNB ने भी घोषणा की है कि निशुल्क सीमा से अधिक लेनदेन पर 23 रुपये का शुल्क लगेगा। बैंक की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार, अन्य बैंकों के ATM पर निशुल्क सीमा से अधिक वित्तीय लेनदेन के लिए ग्राहक शुल्क 9 मई से संशोधित होकर 23 रुपये प्रति लेनदेन और गैर-वित्तीय लेनदेन के लिए 11 रुपये प्रति लेनदेन (GST अतिरिक्त) होगा।
इंडसइंड बैंक का नया नियम
इंडसइंड बैंक ने भी इसी तरह कहा है कि नॉन-इंडसइंड बैंक ATM से मुफ्त सीमा के बाद किए गए एटीएम कैश विड्रॉल पर 23 रुपये का शुल्क लिया जाएगा। बैंक की वेबसाइट के अनुसार, 1 मई 2025 से सभी बचत, वेतन, एनआर और चालू खाता ग्राहकों को गैर-इंडसइंड बैंक एटीएम से मुफ्त सीमा के बाद किए गए एटीएम कैश विड्रॉल के लिए प्रति लेनदेन 23 रुपये का शुल्क देना होगा।
RBI का मुफ्त लेनदेन और चार्ज पर स्पष्टीकरण
RBI ने मुफ्त एटीएम लेनदेन के लिए मासिक भत्ते पर स्पष्टीकरण दिया है। मेट्रो शहरों में ग्राहक हर महीने तीन मुफ्त लेनदेन के हकदार हैं, जबकि अन्य शहरों में ग्राहक प्रति माह पांच मुफ्त लेनदेन का लाभ उठा सकते हैं। अपनी मासिक मुफ्त लेनदेन सीमा पार करने वाले ग्राहकों को बैंकों द्वारा प्रति लेनदेन अधिकतम 23 रुपये का शुल्क देना पड़ सकता है। यह शुल्क वित्तीय और गैर-वित्तीय दोनों तरह के लेनदेन पर लागू होगा, जिसमें लागू टैक्स अलग से जोड़े जाएंगे। यह संशोधित शुल्क केवल सामान्य एटीएम लेनदेन तक ही सीमित नहीं है, बल्कि नकद जमा को छोड़कर कैश रिसाइकलर मशीनों (सीआरएम) पर किए गए लेनदेन को भी कवर करता है।
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के अपडेटेड नियम (1 फरवरी से प्रभावी)
1 फरवरी, 2025 से, SBI ने बचत खाताधारकों के लिए उनके औसत मासिक शेष के आधार पर उपलब्ध मुफ्त एटीएम लेनदेन की संख्या को अपडेट किया है। संशोधित नीति के अनुसार:
- सभी ग्राहकों को हर महीने एसबीआई एटीएम पर 5 मुफ्त लेनदेन और अन्य बैंक एटीएम पर 10 मुफ्त लेनदेन मिलेंगे।
- 25,000 रुपये से लेकर 50,000 रुपये तक का न्यूनतम बैलेंस बनाए रखने वालों को अन्य बैंक के एटीएम पर मुफ्त लेनदेन की संख्या 5 प्रति माह निर्धारित की गई है।
- यही नियम 50,000 रुपये से लेकर 1,00,000 रुपये के बीच न्यूनतम बैलेंस वाले खाताधारकों पर भी लागू होता है।
- दूसरी ओर, 1,00,000 रुपये से ज़्यादा न्यूनतम बैलेंस वालों को एसबीआई और अन्य बैंक के एटीएम दोनों पर असीमित मुफ्त लेनदेन का लाभ मिलेगा।
शुल्क की बात करें तो, लिमिट से ज़्यादा होने पर SBI एटीएम पर प्रति लेनदेन 15 रुपये + जीएसटी का शुल्क लगेगा। अन्य बैंकों के एटीएम पर लेनदेन के लिए, शुल्क 21 रुपये + जीएसटी प्रति लेनदेन है, जो मेट्रो शहरों सहित सभी क्षेत्रों में लागू है।
ऐसे में, 1 मई से एटीएम का इस्तेमाल करते समय आपको अपनी मुफ्त लेनदेन सीमा और नए शुल्कों का ध्यान रखना होगा, ताकि आप अनावश्यक शुल्क से बच सकें।