बाजार में ईवी की संख्या बढ़ने के साथ इन वाहनों के प्रति लोगों का नजरिया बदल रहा है। इलेक्ट्रिक वाहनों को चलाने की उन्हें चार्ज करने की जरूरत होती है। किसी भी इलेक्ट्रिक आइटम की तरह इन्हें बेहतर तरीके से चार्ज करना बेहद जरूरी है। कई बार लोग चार्जिंग से जुड़ी गलतियां कर बैठते हैं। इससे वाहन की बैटरी जल्द खराब तो होती ही है, साथ ही आग लगने का खतरा भी बना रहता है।
इलेक्ट्रिक वाहन चार्ज करने के दौरान कुछ बातों का ध्यान में रखनी चाहिए। जैसे राइड के बाद तुरंत चार्ज न करें, पूरी तरह डिस्चार्ज होने न दें, बार-बार चार्ज करने से बचें और सबसे अहम बात बबैटरी ओवर चार्ज न करें।मोटर को बिजली की सप्लाय करते समय लिथियम-आयन बैटरी बहुत गर्मी हो जाती है।
राइडिंग के कम से कम 30 मिनट की कूलिंग के बाद बैटरी को चार्ज करना सबसे सही तरीका रहता है। ईवी चलाने या चलाने के तुरंत बाद बैटरी को चार्ज में न लगाएं, क्योंकि इससे वाहन की थर्मल समस्या बढ़ जाती है। बैटरी को कभी भी पूरी तरह से डिस्चार्ज न करें, क्योंकि यह उनकी लाइफ पर बहुत प्रभाव डालती है। चार्ज लगभग 20 प्रतिशत होने पर रिचार्ज करने की कोशिश करें।
लिथियम-आयन बैटरी पूरी तरह डिस्चार्ज या ड्रेन आउट करने के बजाय 20 प्रतिशत आने के बाद चार्ज कर लें। चार्जिंग को तब तक चालू रखें जब तक कि बैटरी 80 प्रतिशत तक चार्ज न हो जाए। कई कारों में रिजनरेटिव ब्रेकिंग के जरिए भी बैटरी चार्ज होती है, इसलिए कुछ जगह उसके लिए छोड़ना चाहिए।
ज्यादातर इलेक्ट्रिक वाहन मालिक एक गलती अक्सर करते हैं कि बैटरी को बार-बार चार्ज करते रहते हैं। बैटरी को ज्यादा चार्ज करने से बैटरी की लाइफ कम हो जाती है। ऐसा करना ईवी बैटरी के प्रदर्शन को भी प्रभावित करता है। बैटरी लाइफ बढ़ाने के लिए चार्जिंग कम से कम करनी चाहिए। सामान्य नियम यह है कि जब भी संभव हो बैटरी को प्लग इन करें और चार्ज करें, लेकिन हर बार ड्राइव करते समय नहीं।
ओवरचार्जिंग ईवी बैटरी को बहुत जल्द खराब कर देती है। यह स्मार्टफोन की बैटरी से काफी मिलता-जुलता है। ईवी बैटरी चार्ज करते समय इसे 100 प्रतिशत तक चार्ज करने से बचें।
ज्यादातर ईवी में पाई जाने वाली लिथियम-आयन बैटरी 30-80 प्रतिशत चार्ज रेंज में सबसे अच्छा काम करती हैं। बैटरी को लगातार पूरी क्षमता से चार्ज करना बैटरी पर दबाव डालता है। बैटरी को हमेशा 80 फीसदी चार्ज करने की कोशिश करें।
मालूम हो कि पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमत और दुनियाभर में बढ़ रहे प्रदूषण के चलते अब इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग काफी तेजी से बढ़ रही है। देश में इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री में पिछले कुछ वर्षों के दौरान बहुत तेजी से बढ़ोतरी देखी गई है।
कई वाहन निर्माता पहले ही कई सेगमेंट में घरेलू ईवी बाजार में अपने इलेक्ट्रिक वाहनों को लॉन्च कर चुके हैं, जबकि अगले कुछ वर्षों में कई नए इलेक्ट्रिक वाहन लॉन्च होने वाले हैं।