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खत्म हो रही Google की बादशाहत! क्या AI के दौर में छिन जाएगा टॉप सर्च इंजन का ताज?

Gaurangini Chaudhary
5 Min Read

सर्च इंजन मार्केट में गूगल (Google) का दबदबा वर्षों से बना हुआ था। इसका एल्गोरिद्म इतना मजबूत था कि आज तक कोई भी सर्च इंजन उसे चुनौती नहीं दे सका। लेकिन अब सर्च इंजन के इस बादशाहत के साम्राज्य में हलचल मच रही है और तस्वीर बदलती दिख रही है। सर्च इंजन के इस नए युग में, गूगल को अब एक नई चुनौती का सामना करना पड़ रहा है, और वो चुनौती है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI)

गूगल का मार्केट शेयर घटा

सर्च इंजन की दुनिया में गूगल का मार्केट शेयर लगभग 90% से ऊपर बना हुआ था। लेकिन Statcounter की हालिया रिपोर्ट के मुताबिक, गूगल के सर्च इंजन का मार्केट शेयर 2024 के आखिरी तीन महीनों में घटकर 89% से भी नीचे आ गया है। अक्टूबर 2024 में गूगल का सर्च मार्केट शेयर 89.34% था, नवंबर में 89.99% और दिसंबर में घटकर 89.74% हो गया। यह आंकड़े गूगल के लिए एक चेतावनी के रूप में सामने आ रहे हैं, जो अब तक सर्च इंजन के क्षेत्र में सर्वेसर्वा था।

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Bing को मिल रहा है फायदा

गूगल के मार्केट शेयर में इस गिरावट का सीधा फायदा Microsoft Bing को हो रहा है। Bing ने 2024 के आखिरी छह महीनों में अच्छी खासी ग्रोथ हासिल की है और अब इसका मार्केट शेयर 4% तक पहुंच चुका है। हालांकि, यह अभी भी गूगल से बहुत पीछे है, लेकिन यह एक संकेत है कि सर्च इंजन की दुनिया में बदलाव आ रहा है। एक दशक बाद ऐसा हुआ है जब गूगल की हिस्सेदारी 90% से कम हुई है, और इसका असर सर्च इंजन मार्केट पर साफ दिखाई दे रहा है।

AI का असर

गूगल की पॉपुलैरिटी में आई इस गिरावट की एक बड़ी वजह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की तेजी से बढ़ती मांग है। ChatGPT और Perplexity जैसे AI आधारित सर्च इंजन उपयोगकर्ताओं के बीच तेजी से पॉपुलर हो रहे हैं। AI के जरिए सर्चिंग का तरीका पूरी तरह से बदल गया है, और इसका असर पारंपरिक सर्च इंजन पर साफ दिखाई दे रहा है। गूगल की तरह AI आधारित सर्च इंजन डेटा के साथ-साथ इंसानों की तरह सोचने और समझने की क्षमता रखते हैं, जो उपयोगकर्ताओं को और अधिक सटीक और तेज परिणाम प्रदान कर सकते हैं।

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गूगल की पॉपुलैरिटी में गिरावट के कारण

गूगल को सर्च इंजन मार्केट में एक और चुनौती का सामना करना पड़ रहा है, और वह है विरोधी प्रतिस्पर्धा और कानूनी जांच। गूगल पर कई बार आरोप लगे हैं कि वह अवैध तरीके से सर्च इंजन मार्केट में मोनोपोली बना रहा है, जिसके कारण कंपनी पिछले दो वर्षों से जांच के दायरे में है।

इसके अलावा, गूगल की पॉपुलैरिटी में कमी की एक और वजह उसकी सर्च एल्गोरिद्म में बदलाव हो सकता है। उपयोगकर्ता अब ज्यादा तेज़ और व्यक्तिगत अनुभव चाहते हैं, और इसके लिए AI सर्च इंजन एक बेहतर विकल्प साबित हो रहे हैं।

अमेरिका में गूगल का दबदबा कम हुआ

गूगल के सर्च इंजन का मार्केट शेयर अब अमेरिका में भी घटने लगा है। नवंबर 2024 में गूगल का अमेरिकी सर्च इंजन मार्केट शेयर 90.37% था, जो दिसंबर में गिरकर 87.39% पर आ गया है। यह आंकड़ा गूगल के लिए चिंता का कारण बन सकता है, क्योंकि अमेरिकी बाजार में गूगल का दबदबा हमेशा सबसे ज्यादा रहा है।

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क्या गूगल की बादशाहत खत्म हो रही है?

गूगल की सर्च इंजन बादशाहत में धीरे-धीरे गिरावट आ रही है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि गूगल का सफाया हो जाएगा। गूगल अभी भी दुनिया का सबसे बड़ा सर्च इंजन है और इसकी पॉपुलैरिटी अब भी बाकी है। हालांकि, सर्च इंजन मार्केट में तेजी से बदलाव हो रहा है और यह देखा जाना बाकी है कि AI सर्च इंजन कैसे इस बदलाव को प्रभावित करते हैं।

गूगल के पास अपनी बादशाहत को बनाए रखने के लिए कई उपाय हो सकते हैं, जैसे अपनी सर्च तकनीक में सुधार करना, AI के साथ साझेदारी करना या नई सेवाओं और उत्पादों को पेश करना। हालांकि, यह साफ है कि अब गूगल को अपनी स्थिति बनाए रखने के लिए और अधिक मेहनत करनी होगी, क्योंकि सर्च इंजन का बाजार अब पहले जैसा नहीं रहा।

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