भारत सरकार और WhatsApp की साझेदारी: स्कैम और स्पैम से बचने के लिए उठाया कदम

Kulindar Singh Yadav
5 Min Read
भारत सरकार और WhatsApp की साझेदारी: स्कैम और स्पैम से बचने के लिए उठाया कदम

भारत में डिजिटल दुनिया में बढ़ते हुए साइबर फ्रॉड और स्कैम के मामलों के बीच, भारत सरकार के डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्युनिकेशन्स (DoT) ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए इंस्टैंट मैसेजिंग ऐप WhatsApp के साथ साझेदारी की है। इस साझेदारी के तहत, दोनों संस्थाएं मिलकर Meta के ‘स्कैम से बचो’ अभियान को आगे बढ़ाएंगी और भारतीय नागरिकों को स्कैम और स्पैम कॉल्स और मैसेज से बचाने में मदद करेंगी।

भारत में साइबर स्कैम का बढ़ता खतरा

आधुनिक डिजिटल युग में जहां इंटरनेट ने लोगों के जीवन को सरल और सुविधाजनक बना दिया है, वहीं साइबर स्कैम और धोखाधड़ी की घटनाओं में भी भारी वृद्धि हुई है। पिछले कुछ वर्षों में कई लोग बैंक धोखाधड़ी, पहचान की चोरी और अन्य साइबर अपराधों का शिकार हो चुके हैं। इन घटनाओं के कारण लोगों को वित्तीय नुकसान उठाना पड़ा है और कई मामलों में तो उनके बैंक खातों से पैसे तक उड़ाए गए हैं। इन समस्याओं से बचने के लिए भारत सरकार और WhatsApp ने साझेदारी की है, ताकि लोग इस खतरे से सुरक्षित रहें।

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DoT और WhatsApp की साझेदारी

भारत सरकार का डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्युनिकेशन्स (DoT) और WhatsApp ने मिलकर एक नई पहल शुरू की है, जिसका उद्देश्य नागरिकों को डिजिटल स्कैम्स और स्पैम कॉल्स से बचाना है। इस साझेदारी के तहत, दोनों पार्टियां मिलकर वर्कशॉप का आयोजन करेंगी और लोगों को इस बारे में जागरूक करने के लिए कई अभियान चलाएंगी। इस पहल का मुख्य उद्देश्य लोगों को साइबर फ्रॉड से बचाने के लिए सही जानकारी और टिप्स देना है।

संचार साथी पोर्टल और उसकी सेवाएं

DoT और WhatsApp की साझेदारी के तहत एक महत्वपूर्ण पहल ‘संचार साथी’ को लाया जा रहा है। संचार साथी पोर्टल भारतीय नागरिकों के लिए एक डिजिटल प्लेटफॉर्म है, जहां वे साइबर फ्रॉड से संबंधित कॉल्स और मैसेज की रिपोर्ट कर सकते हैं। इसके अलावा, यह पोर्टल नागरिकों को गुम या चोरी हुए मोबाइल फोन की रिपोर्ट दर्ज करने की सुविधा भी प्रदान करेगा। इसके साथ ही नागरिक यह भी चेक कर सकते हैं कि उनके नाम से कितने सिम कार्ड जारी किए गए हैं।

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संचार साथी पोर्टल का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि भारतीय नागरिकों को उनके अधिकारों के बारे में जागरूक किया जाए और वे अपनी समस्याओं को आसानी से रिपोर्ट कर सकें। यह पोर्टल साइबर अपराधों के खिलाफ एक मजबूत सुरक्षा कवच साबित होगा और इससे लोगों को साइबर धोखाधड़ी से बचने में मदद मिलेगी।

WhatsApp की भूमिका और साझेदारी

WhatsApp इस साझेदारी के तहत DoT के साथ मिलकर संचार साथी पहल को बड़े पैमाने पर फैलाने का काम करेगा। WhatsApp का बड़ा उपयोगकर्ता आधार और डिजिटल प्लेटफॉर्म के रूप में इसकी ताकत को देखते हुए यह साझेदारी बहुत महत्वपूर्ण साबित हो सकती है। WhatsApp अपनी सेवा का उपयोग करके इस पहल को नागरिकों तक आसानी से पहुंचाएगा और लोगों को स्कैम और स्पैम कॉल्स से बचने के लिए जरूरी जानकारी मुहैया कराएगा।

डिजिटल स्कैम्स से बचने के लिए जागरूकता अभियान

इस साझेदारी के तहत भारत सरकार और WhatsApp एक जागरूकता अभियान भी शुरू करेंगे। इस अभियान में लोग जानेंगे कि कैसे वे स्कैम कॉल्स और मैसेज को पहचान सकते हैं और उनसे कैसे बच सकते हैं। इसके साथ ही, नागरिकों को यह भी बताया जाएगा कि अगर वे किसी साइबर धोखाधड़ी का शिकार होते हैं तो उन्हें किस तरह की कार्रवाई करनी चाहिए और किन अधिकारियों से संपर्क करना चाहिए।

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डिजिटल सुरक्षा और साइबर क्राइम से लड़ने का एक नया रास्ता

यह साझेदारी डिजिटल सुरक्षा को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। भारत सरकार और WhatsApp की यह साझेदारी नागरिकों को साइबर फ्रॉड से सुरक्षित रखने, उनके डेटा को सुरक्षित रखने और समाज में डिजिटल जागरूकता फैलाने में मदद करेगी। इसके अलावा, इस पहल से युवाओं और इंटरनेट उपयोगकर्ताओं को इस बारे में जानकारी मिलेगी कि कैसे वे अपने डिजिटल अनुभव को सुरक्षित बना सकते हैं और स्कैम से बच सकते हैं।

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