नई दिल्ली: ब्राजील की 35 वर्षीय जानेआना प्राजेरेस ने अपनी खूबसूरती को एक नई ऊंचाई पर पहुंचाने के लिए करोड़ों रुपये खर्च किए हैं और वह खुद को ‘दुनिया की सबसे खूबसूरत महिला’ मानती हैं। साओ पाउलो की रहने वाली जानेआना के इंस्टाग्राम पर 7.12 लाख फॉलोअर्स हैं, जहां वह अपनी सुंदरता और आत्मविश्वास से प्रेरणा देती हैं।
13 सर्जरी और 8 करोड़ रुपये खर्च
जानेआना ने खुलासा किया है कि उनकी खूबसूरती प्राकृतिक नहीं है, बल्कि यह उनकी कड़ी मेहनत और वित्तीय निवेश का परिणाम है। उन्होंने करीब 8 करोड़ रुपये (760,000 पाउंड) खर्च कर कई सर्जिकल और नॉन-सर्जिकल प्रॉसिजर कराए हैं। इनमें तीन नाक की सर्जरी, चार लिपोसक्शन, बट फीलर्स, तीन ब्रेस्ट सर्जरी, फेसलिफ्ट और यहां तक कि एक रिब हटवाना भी शामिल है।
‘खूबसूरती की कीमत है, और मैंने इसे चुकाया’
जानेआना का मानना है कि खूबसूरती केवल जेनेटिक्स का खेल नहीं है, बल्कि यह समर्पण और खुद पर निवेश करने का परिणाम है। वह कहती हैं, “मैं अपनी सुंदरता को लेकर बहुत गर्व महसूस करती हूं, और यही मुझे ताकतवर बनाता है।” इसके अलावा, वह हर तीन महीने में बोटॉक्स और लिप फिलर्स करवाती हैं और अपनी त्वचा की देखभाल के लिए एंटी-एजिंग ड्रिप और स्किन ट्रीटमेंट पर भी खर्च करती हैं। उनका कहना है, “लोग आलोचना करते हैं, लेकिन सबसे खूबसूरत महिला कहलाने की एक कीमत होती है, और मैंने इसे चुकाने का फैसला किया।”
खूबसूरती के कारण रिश्तों और करियर पर असर
जानेआना ने अपनी खूबसूरती को लेकर कई भावनात्मक पहलुओं पर भी बात की। वह बताती हैं, “कई बार लोग मुझे सिर्फ एक वस्तु या ट्रॉफी की तरह देखते हैं, जिससे मुझे असली और सच्चे रिश्ते बनाना मुश्किल हो जाता है। खासकर महिलाओं के बीच प्रतिस्पर्धा और ईर्ष्या की भावना रहती है।” उनका मानना है कि उनकी सुंदरता उनके अन्य कौशलों और प्रतिभाओं को ढक देती है, जिससे उन्हें कुछ काम के मौके भी गंवाने पड़े हैं।
सर्जरी पर खुलकर की बात
हाल ही में, जानेआना ने बट रीकंस्ट्रक्शन सर्जरी के लिए $100,000 खर्च किए हैं। उन्होंने कहा, “मैंने अपने लुक को संवारने के लिए जो भी किया है, उस पर मुझे कोई पछतावा नहीं है। यह मेरे आत्मविश्वास और खुशी के लिए था।”
‘खूबसूरती के अलावा भी हैं कई चीजें’
जानेआना का मानना है कि महिलाओं को सिर्फ उनकी खूबसूरती के कारण नहीं, बल्कि उनकी प्रतिभाओं और क्षमताओं के लिए भी पहचाना जाना चाहिए। उन्होंने उम्मीद जताई कि भविष्य में समाज महिलाओं की अन्य खूबियों और योग्यता को भी मान्यता देगा, न कि केवल उनकी शारीरिक सुंदरता को।