आस्ट्रेलिया: आस्ट्रेलिया के पूर्वी तट पर साइक्लोन ‘अल्फ्रेड’ ने भारी तबाही मचाई है, जिससे लाखों लोग ब्लैकआउट की स्थिति में हैं और न्यू साउथ वेल्स में बाढ़ की चेतावनी जारी की गई है। साइक्लोन के कारण आई तेज हवाओं और मूसलधार बारिश ने सैकड़ों घरों को प्रभावित किया है।
मौसम विज्ञान ब्यूरो के मुताबिक, साइक्लोन ‘अल्फ्रेड’ के अवशेष शनिवार रात को ब्रिस्बेन से 55 किलोमीटर उत्तर में तट पार कर गए और पश्चिम की ओर बढ़ते हुए अंतर्देशीय क्षेत्रों में भारी बारिश का कारण बने। क्वींसलैंड और न्यू साउथ वेल्स के कुछ हिस्सों में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है, जिससे राहत कार्यों में रुकावट आई है।
चक्रवात में एक व्यक्ति की मौत
न्यू साउथ वेल्स के डोरिगो शहर में बाढ़ में लापता हुए 61 वर्षीय व्यक्ति का शव शनिवार को बरामद किया गया, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि वह चक्रवात की वजह से मारे जाने वाला पहला व्यक्ति था।
प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानी ने इस आपदा को बहुत गंभीर बताते हुए कहा, “क्वींसलैंड और उत्तरी न्यू साउथ वेल्स में स्थिति बेहद गंभीर हो गई है। भारी बारिश, तेज हवाओं और तटीय सर्फ के प्रभाव को लेकर अगले दिनों में और भी नुकसान हो सकता है।”
सैन्य ट्रक पलटे, 13 रक्षाकर्मी घायल
आपातकालीन प्रतिक्रिया कार्य में शामिल सैन्य ट्रक भी इस संकट में फंस गए। शनिवार को न्यू साउथ वेल्स के ट्रेगीगल शहर में सैन्य ट्रक पलट गए, जिससे 13 रक्षाकर्मी घायल हो गए। एक ट्रक सड़क से उतरकर खेतों में गिर गया, जबकि दूसरा ट्रक टक्कर से बचने के प्रयास में पलट गया।
ब्लैकआउट से प्रभावित 3 लाख से ज्यादा घर
साइक्लोन के कारण 330,000 से ज्यादा घरों और व्यवसायों में बिजली आपूर्ति ठप हो गई है, जो क्वींसलैंड के इतिहास में किसी भी प्राकृतिक आपदा से बड़ा ब्लैकआउट बन गया है। क्वींसलैंड के प्रीमियर डेविड क्रिसफुली ने कहा कि राज्य सरकार इस मुश्किल घड़ी में हर संभव प्रयास कर रही है ताकि प्रभावित क्षेत्रों में बिजली जल्द से जल्द बहाल की जा सके।
न्यू साउथ वेल्स में बाढ़ का खतरा
न्यू साउथ वेल्स में 45,000 से अधिक स्थानों में बिजली की आपूर्ति बंद हो गई थी, लेकिन अधिकारियों ने कहा कि शाम तक अधिकांश स्थानों पर आपूर्ति फिर से बहाल कर दी गई थी। मौसम विज्ञान ब्यूरो ने दक्षिण-पूर्व क्वींसलैंड और उत्तरी न्यू साउथ वेल्स के लिए बाढ़ अलर्ट जारी किए हैं।
क्वींसलैंड के प्रमुख शहरों जैसे ब्रिस्बेन, इप्सविच, सनशाइन कोस्ट और जिमपी में विशेष रूप से बाढ़ का खतरा बना हुआ है।
यह तूफान आस्ट्रेलिया के लिए एक बड़ा आपदा बन गया है, और अब स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए राहत कार्य तेज किए जा रहे हैं।