भारत-अमेरिका के रिश्तों में नई ऊंचाई, पीएम मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप की ऐतिहासिक बैठक
वाशिंगटन : भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच व्हाइट हाउस में द्विपक्षीय वार्ता के बाद साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में दोनों नेताओं ने अपने देशों के बीच हुए कई अहम समझौतों पर प्रकाश डाला। जहां पीएम मोदी ने भारत और अमेरिका के व्यापार संबंधों को लेकर बड़े लक्ष्य का ऐलान किया, वहीं राष्ट्रपति ट्रंप ने प्रधानमंत्री मोदी को ‘टफ नेगोशिएटर’ (कठिन वार्ताकार) बताते हुए उनकी रणनीतिक महत्वता को स्वीकार किया।
व्यापार बढ़ाने की दिशा में अहम कदम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत-अमेरिका के द्विपक्षीय व्यापार को 2030 तक दोगुना कर 500 बिलियन डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। पीएम मोदी ने कहा, “हमारी टीमें पारस्परिक रूप से लाभकारी व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने के लिए काम करेंगी।” इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए भारत और अमेरिका ने कई योजनाओं पर सहमति जताई है। पीएम मोदी ने यह भी कहा कि भारतीय समुदाय अमेरिका में रिश्तों को और मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, और इस दिशा में कई और कदम उठाए जाएंगे।
आतंकवाद पर साझा मोर्चा
प्रधानमंत्री मोदी ने साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “हम आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एकजुट हैं। सीमा पार आतंकवाद को समाप्त करने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।” उन्होंने यह भी कहा कि 26/11 के आतंकवादी तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण का फैसला लेना राष्ट्रपति ट्रंप का महत्वपूर्ण कदम है और भारत इस पर आभारी है। पीएम मोदी ने कहा, “हमारी अदालतें उसे न्याय के कटघरे में लाएंगी और आतंकवाद के खिलाफ हमारे साझा प्रयासों से यह सुनिश्चित होगा कि दोषियों को दंडित किया जाए।”
राष्ट्रपति ट्रंप ने इस संदर्भ में कहा, “प्रधानमंत्री मोदी, आप एक बहुत अच्छे और कठिन नेगोशिएटर हैं। आपके साथ काम करना एक प्रेरणा है।” ट्रंप ने प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में भारत और अमेरिका के संबंध न केवल मजबूत हो रहे हैं, बल्कि वैश्विक स्तर पर महत्वपूर्ण बन रहे हैं।
रणनीतिक साझेदारी और रक्षा
पीएम मोदी ने भारत-अमेरिका के रणनीतिक साझेदारी पर जोर देते हुए कहा कि दोनों देशों की रक्षा तैयारियों में अमेरिका की महत्वपूर्ण भूमिका है। “हम जॉइंट डेवलेपमेंट, जॉइंट प्रोडक्शन और ट्रांसफर ऑफ टेक्नोलॉजी के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं। TRUST (Transforming Relationship Utilizing Strategic Technology) पर हम सहमत हुए हैं। इसके अंतर्गत क्रिटिकल मिनरल, एडवांस्ड मैटेरियल और फार्मास्यूटिकल की मजबूत सप्लाई चेन बनाने पर जोर दिया जाएगा।”
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि दोनों देशों के साझेदार लोकतंत्र और लोकतांत्रिक मूल्यों को सशक्त बनाएंगे। “हम इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में शांति, स्थिरता और समृद्धि को बढ़ाने के लिए एक साथ काम करेंगे, जिसमें क्वाड (Quadrilateral Security Dialogue) की अहम भूमिका होगी,” उन्होंने कहा।
“Make India Great Again” की दिशा में
प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिका के प्रसिद्ध नारे “Make America Great Again” (MAGA) को ध्यान में रखते हुए कहा, “हम भी भारत को एक विकसित राष्ट्र के रूप में देखना चाहते हैं, और यही हमारा दृढ़ संकल्प है। हम इसे ‘Make India Great Again’ यानी MIGA के रूप में मानते हैं। जब दोनों देश एक साथ मिलकर काम करते हैं, तो यह MEGA Partnership for Prosperity के रूप में परिणत होता है, जो हमारे लक्ष्यों को नए आयाम और गति देता है।”
भारत की विकास यात्रा
पीएम मोदी ने भारत के विकास के प्रति अपने दृढ़ संकल्प का भी उल्लेख किया और कहा कि 2047 तक भारत अपने उद्देश्य की ओर तेज गति से बढ़ रहा है। उन्होंने कहा, “हमारा उद्देश्य है कि भारत एक समृद्ध, सशक्त और विकसित राष्ट्र बने, जो पूरी दुनिया में अपने प्रभाव और योगदान से पहचान बनाए।”
भारत-अमेरिका की साझेदारी और भविष्य
प्रधानमंत्री मोदी ने अंत में यह कहा, “भारत और अमेरिका की साझेदारी न केवल हमारे देशों के लिए, बल्कि पूरी दुनिया के लिए एक बेहतर भविष्य की ओर अग्रसर होगी। हमें उम्मीद है कि यह संबंध और मजबूत होंगे और हमारे साझा प्रयासों से हम एक नए और बेहतर विश्व की दिशा में काम करेंगे।”