यूएफओ (अज्ञात उड़ान वस्तु) एक रहस्यमय और विवादास्पद विषय है जिसके बारे में विश्व भर में चर्चाएं चल रही हैं। इन अज्ञात उड़ान वस्तुओं के बारे में कई रिपोर्ट्स और गवर्नमेंट फाइलें मौजूद हैं जो इस विषय पर विशेष रुप से ध्यान केंद्रित करती हैं। इस लेख में हम देखेंगे कि यूएफओ की खोज कहाँ तक पहुंची है और भारत में इनकी पहचान किस क्षेत्रों में हुई है।
अमेरिकी हवाई अड्डों पर 1940 में पहली बार दिखी UFO
यूएफओ की पहली रिपोर्टें 1940 के दशक में शुरू हुईं जब अमेरिकी हवाई अड्डों के नजदीकी इलाकों में अज्ञात उड़ान वस्तुओं की देखी जाने की बातें आईं। इसके बाद से, यूएफओ की रिपोर्टें विश्वभर में बढ़ती गईं और कई लोगों ने इन अज्ञात उड़ान वस्तुओं को देखा या उनके बारे में गवर्नमेंट फाइलों में जानकारी प्राप्त की है।
MUFON, NUFORC, IUFOC जैसे संस्थान कर रहे संग्रह
विश्वभर में यूएफओ की रिपोर्टें सूचित करने के लिए कई गैर सरकारी संगठन और अनुसंधान संस्थान हैं। इनमें से कुछ प्रमुख संगठन हैं – म्यूटुअल यूएफओ नेटवर्क (MUFON), नेशनल यूएफओ रिपोर्टिंग सेंटर (NUFORC) और इंटरनेशनल यूएफओ कॉन्ग्रेस (IUFOC)। इन संगठनों के द्वारा संग्रहित रिपोर्ट्स और गवर्नमेंट फाइलें यूएफओ के अस्तित्व को बताने में मदद करती हैं।
अमेरिका, रूस, चीन, भारत, ब्राज़ील, मेक्सिको, फ्रांस, जर्मनी, यूक्रेन में दी है दिखाई
यूएफओ की रिपोर्टें विश्वभर में कई देशों में देखी जा चुकी हैं। इनमें से कुछ प्रमुख देश हैं – अमेरिका, रूस, चीन, भारत, ब्राज़ील, मेक्सिको, फ्रांस, जर्मनी, यूक्रेन और यूके। यूएफओ के बारे में रिपोर्टें आने के बाद, इन देशों में चर्चाएं हुईं हैं और अधिकांश लोगों ने इन अज्ञात उड़ान वस्तुओं को देखा है या उनके बारे में सुना है।
भारत में 1947 के बाद दिखाई दी है
भारत में भी यूएफओ की रिपोर्टें आई हैं और कई लोगों ने इन अज्ञात उड़ान वस्तुओं को देखा है। यूएफओ की पहली रिपोर्टें भारत में 1947 के बाद आई थीं जब भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के बाद देश आज़ाद हुआ। इसके बाद से, भारत में यूएफओ की रिपोर्टें बढ़ती गईं और कई लोगों ने इन अज्ञात उड़ान वस्तुओं को देखा है या उनके बारे में गवर्नमेंट फाइलों में जानकारी है।
भारत के इन राज्यों के आसमान में नजर आ चुकी है UFO
भारत के कई क्षेत्रों में यूएफओ को देखा गया है। इनमें से कुछ प्रमुख क्षेत्र हैं – राजस्थान, उत्तराखंड, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, गुजरात, पंजाब, उत्तर प्रदेश और आंध्र प्रदेश। यहां पर लोगों ने विभिन्न आकार और रंग की अज्ञात उड़ान वस्तुओं को देखा है और इनकी रिपोर्टें भी दी हैं।
यूएफओ की खोज और इनकी रिपोर्टें विश्वभर में लोगों के बीच विवादों का कारण बनी हैं। कुछ लोग इन अज्ञात उड़ान वस्तुओं को बाहर से आए आकाशीय जीवों का संकेत मानते हैं, जबकि कुछ लोग इसे तकनीकी त्रुटि या आंतरिक सीए के परिणाम के रूप में मानते हैं। यूएफओ की खोज और अध्ययन का काम अब भी जारी है और शायद ही कोई दिन यह सच्चाई सामने आएगी।