इस्लामाबाद: भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच पाकिस्तानी नेताओं के बेतुके और भड़काऊ बयान थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। ताजा घटनाक्रम में, पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा मुहम्मद आसिफ ने पाकिस्तानी संसद में एक अत्यंत आपत्तिजनक बयान देते हुए भारत और इजरायल को ‘इस्लाम का दुश्मन’ करार दिया है।
ख्वाजा आसिफ ने संसद में दावा किया कि भारत इन दिनों दुनिया में अलग-थलग पड़ गया है और सभी इस्लामिक देश पाकिस्तान के साथ एकजुट खड़े हैं। उन्होंने आगे जहर उगलते हुए कहा कि भारत के साथ केवल इजरायल खड़ा है, क्योंकि दोनों देशों की मंशा एक जैसी है और वे ‘इस्लाम के दुश्मन’ हैं।
‘पाकिस्तान के साथ दुनिया के सभी देश’
पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ने संसद में अपने संबोधन के दौरान कहा, “मेरा ख्याल है कि दुनिया का कोई मुल्क ऐसा नहीं है जिसके साथ हमारे अच्छे संबंध होने चाहिए और वो न हों। हमारे जो भाई हैं गल्फ में अरब गल्फ में उनके साथ हम राब्ते में हैं। ईरान के विदेश मंत्री दो दिन पहले यहां पर आए। उनके साथ एक पूरा दिन डिस्कशन होती रही। इसी तरह हमारे विदेश मंत्री भी तकरीबन यूएई और सऊदी अरेबिया के साथ और कतर के साथ डेली बेसिस पर बात कर रहे हैं। चाइना के साथ भी डेली बेसिस बात हो रही है और हमारा जो यूएन मिशन है सिक्योरिटी काउंसिल में वहां पर बहुत एक्टिव है और बड़ा इफेक्टिवली हिंदुस्तान को वो जवाब दे रहा है। इन कोशिशों को और ज्यादा तेज करके उनको इफेक्टिव करने की जरूरत है।”
‘हिंदुस्तान के साथ सिर्फ इजरायल खड़ा’
उन्होंने आगे अपने विवादित बयान में कहा, “अभी तक सिर्फ एक दो मुल्कों ने हिंदुस्तान की हिमायत की है। बाकी सारी दुनिया यहां न्यूट्रल खड़ी है और कुछ हमारे दोस्त जो हैं अह वह बिल्कुल क्लियर कट पाकिस्तान के साथ इस वक्त खड़े हैं। तुर्किए, चाइना और अजबैजान खुलेआम पाकिस्तान की हिमायत करने सामने आ चुके हैं लेकिन इस वक्त हिंदुस्तान के साथ सिर्फ इजरायल है। इजराइल का उसके साथ खड़ा होना एक फितरी अम्र है। वो दोनों दुश्मन हैं। इस्लाम के दुश्मन हैं। उनकी इस्लामिक दुश्मनी में मुसलमानों की दुश्मनी में मुसलमान रियासतों की दुश्मनी में वो इकट्ठे हैं।”
ख्वाजा आसिफ के इस बयान से एक बार फिर पाकिस्तान की भारत और इजरायल के प्रति संकीर्ण मानसिकता और भड़काऊ रवैये का पर्दाफाश हुआ है। उनके इस बयान ने न केवल दोनों देशों के बीच तनाव को और बढ़ाने का काम किया है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी पाकिस्तान की छवि को धूमिल किया है।