नई दिल्ली: अमेरिका में हिंदू मंदिरों पर हमलों की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं। अब एक और ऐसी घटना सामने आई है, जहां कैलिफोर्निया के चीनो हिल्स स्थित बीएपीएस श्री स्वामी नारायण मंदिर पर हमलावरों ने हमला किया और मंदिर की दीवारों पर भारत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विरोध में आपत्तिजनक नारे लिखे। इस हमले ने एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हिंदू समुदाय के खिलाफ नफरत फैलाने और धार्मिक स्थानों की गरिमा को ठेस पहुंचाने की घटनाओं को उजागर किया है।
कैलिफोर्निया के चीनो हिल्स में हुआ हमला
रविवार को बीएपीएस श्री स्वामी नारायण मंदिर पर हुए इस हमले के दौरान हमलावरों ने मंदिर की दीवारों पर भारत विरोधी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ नारे लिखे। मंदिर परिसर में पवित्रता और शांति की भावना को ठेस पहुंचाने के लिए यह कृत्य किया गया। इस हमले के बाद मंदिर प्रशासन और हिंदू समुदाय के लोगों ने गहरी नाराजगी और चिंता व्यक्त की है।
मंदिर पर हमले का विवरण
अमेरिका के कैलिफोर्निया राज्य के चीनो हिल्स में स्थित बीएपीएस श्री स्वामी नारायण मंदिर एक प्रमुख हिंदू धार्मिक स्थल है, जहां रोज़ाना हजारों श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं। इस हमले ने धार्मिक संवेदनाओं को आहत किया है और हिंदू समुदाय में आक्रोश पैदा कर दिया है। हमलावरों ने मंदिर की दीवारों पर मोदी और भारत विरोधी नारे लिखने के साथ-साथ मंदिर की पवित्रता को भी नुकसान पहुँचाने की कोशिश की।
बीएपीएस पब्लिक अफेयर्स की सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया
इस हमले के बाद बीएपीएस पब्लिक अफेयर्स ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट जारी की। पोस्ट में कहा गया, “चीनो हिल्स और दक्षिणी कैलिफोर्निया के समुदाय के साथ मिलकर हम कभी भी नफरत को यहां पर अपनी जड़ें नहीं जमाने देंगे। हमारी साझा मानवता और आस्था यह सुनिश्चित करेगी कि यहां पर हमेशा शांति और करुणा का भाव बना रहे।”
पोस्ट में यह भी कहा गया कि हिंदू समुदाय इस तरह के नफरत फैलाने वाले कृत्यों के खिलाफ दृढ़ खड़ा है और इस घटना के खिलाफ आवाज़ उठाई जाएगी। मंदिर प्रशासन ने कहा कि वह इस हमले की जांच करवाने और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए स्थानीय अधिकारियों के साथ मिलकर काम करेंगे।
इस हमले के बाद हिंदू समुदाय के नेताओं और धार्मिक संगठनों ने गहरी नाराजगी जताई है। उनका कहना है कि यह हमला न केवल एक धार्मिक स्थल पर किया गया है, बल्कि यह एक पूरे समुदाय की धार्मिक भावनाओं का अपमान करने जैसा है। कई संगठनों ने इस हमले की कड़ी निंदा की है और इसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ती नफरत और हमले
अमेरिका में हिंदू मंदिरों पर हमले की घटनाओं में पिछले कुछ समय में वृद्धि देखी जा रही है। इससे पहले भी कई मंदिरों पर हमले हो चुके हैं, जिनमें दीवारों पर भारत विरोधी और हिंदू विरोधी नारे लिखे गए थे। इन हमलों के पीछे का मकसद केवल धार्मिक आस्था का अपमान करना और समुदाय के बीच नफरत फैलाना प्रतीत होता है।
हिंदू समुदाय की एकजुटता
हालांकि, हिंदू समुदाय ने इन हमलों का डटकर मुकाबला किया है और विरोधी तत्वों के खिलाफ शांतिपूर्ण तरीके से अपना विरोध दर्ज किया है। कई प्रमुख धार्मिक और सामाजिक संगठनों ने इस हमले के खिलाफ सख्त प्रतिक्रिया दी है और कहा है कि ऐसे कृत्यों से हिंदू समुदाय को डरा या कमजोर नहीं किया जा सकता।
इस घटना के बाद अब यह साफ हो गया है कि धार्मिक स्थलों और धार्मिक समुदायों के खिलाफ हिंसा और नफरत फैलाने वाले कृत्यों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। इन घटनाओं से न केवल हिंदू समुदाय की आस्था को ठेस पहुँचती है, बल्कि यह एक बड़े सांप्रदायिक सद्भाव के लिए खतरे की घंटी भी है।