प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय यात्रा के लिए अमेरिका पहुंचे हैं और वाशिंगटन डीसी में उनका भव्य स्वागत हुआ। पीएम मोदी का यह दौरा महत्वपूर्ण है क्योंकि इस दौरान वे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात करेंगे और दोनों देशों के बीच रिश्तों को और मजबूत करने के उपायों पर चर्चा करेंगे।
पीएम मोदी का वाशिंगटन में स्वागत
वाशिंगटन डीसी में पीएम मोदी का स्वागत भारतीयों द्वारा जोरदार तरीके से किया गया। वाशिंगटन पहुंचने के बाद, पीएम मोदी ने ब्लेयर हाउस में ठहरने से पहले वहां मौजूद भारतीय समुदाय से मुलाकात की। कपकपाती ठंड के बावजूद, लोगों में उनका स्वागत करने का जोश और उत्साह देखने को मिला। हर तरफ “मोदी-मोदी” के नारे गूंज रहे थे, जिससे यह साफ हो गया कि पीएम मोदी के प्रति भारतीयों का प्यार और समर्थन कितना गहरा है। इस मुलाकात को लेकर पीएम मोदी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पोस्ट किया और कहा, “ठंडे मौसम के बावजूद वाशिंगटन डीसी में भारतीय प्रवासियों ने मेरा बहुत ही भव्य स्वागत किया है। उनके प्रति मेरा आभार व्यक्त करता हूं।”
नेशनल इंटेलिजेंस डायरेक्टर तुलसी गबार्ड से मुलाकात
अमेरिका पहुंचने के बाद पीएम मोदी ने अपनी पहली मुलाकात नेशनल इंटेलिजेंस डायरेक्टर तुलसी गबार्ड से की। इस मुलाकात के दौरान, पीएम मोदी ने तुलसी गबार्ड को उनके पद पर बनी रहने के लिए बधाई दी। साथ ही भारत-अमेरिका की दोस्ती के कई पहलुओं पर भी चर्चा की। पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा, “तुलसी गबार्ड से मुलाकात की और उनके इस पद पर कायम होने के लिए उन्हें बधाई दी। हमने भारत-अमेरिका के रिश्तों और विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की।”
राष्ट्रपति ट्रंप से मुलाकात का महत्व
प्रधानमंत्री मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की यह पहली मुलाकात होगी। इस मुलाकात को लेकर पीएम मोदी ने कहा, “डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की उम्मीद है और भारत-अमेरिका के बीच एक व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी का निर्माण होगा। हमारे राष्ट्र अपने लोगों के लाभ और बेहतर भविष्य के लिए मिलकर काम करते रहेंगे।” इस मुलाकात में दोनों नेताओं के बीच व्यापार, सुरक्षा और अन्य वैश्विक मुद्दों पर गहरी बातचीत हो सकती है।
मुलाकात में किन मुद्दों पर होगी चर्चा?
सूत्रों के मुताबिक, पीएम मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप के बीच कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना है। इनमें से कुछ प्रमुख मुद्दे इस प्रकार हो सकते हैं:
- H-1B वीजा और ग्रीन कार्ड – भारतीय पेशेवरों के लिए अमेरिकी वीजा नीति पर चर्चा।
- व्यापार और आर्थिक सहयोग – दोनों देशों के बीच व्यापार बढ़ाने के उपाय।
- डिजिटल अर्थव्यवस्था और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस – तकनीकी विकास और डिजिटल साझेदारी पर ध्यान।
- मेक इन इंडिया में निवेश – भारतीय निर्माण क्षेत्र में अमेरिकी निवेश को बढ़ावा देने के लिए कदम।
- संरचनात्मक और रक्षा साझेदारी – रणनीतिक रक्षा साझेदारी, एडवांस सैन्य तकनीक, ड्रोन और मिसाइल तकनीक पर बातचीत।
- F-35 डील – अमेरिकी युद्धक विमानों के बारे में संभावित चर्चा।
- अवैध प्रवासी मुद्दा – दोनों देशों के बीच अवैध प्रवासियों की स्थिति पर चर्चा।