नई दिल्ली: भारत और अमेरिका के बीच मजबूत और स्थिर रिश्तों को और भी मजबूत बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को एक विशेष पत्र भेजा है। इस पत्र को विदेश मंत्री एस जयशंकर के माध्यम से ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह के बाद सौंपा जाएगा। यह कदम दोनों देशों के संबंधों को और भी प्रगाढ़ बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
जयशंकर पहुंचे शपथ ग्रहण समारोह में
सूत्रों के अनुसार, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में भारत का प्रतिनिधित्व किया है। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी का विशेष पत्र अपने साथ लिया है, जिसे वह ट्रंप को शपथ ग्रहण के बाद सौंपेंगे। जयशंकर ने इस अवसर पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर शपथ ग्रहण समारोह की तस्वीरें भी साझा की हैं, जिसमें उन्होंने लिखा, “आज वाशिंगटन डीसी में संयुक्त राज्य अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री मोदी के विशेष दूत के रूप में प्रतिनिधित्व करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ।”
भारत का विशेष दूत: शपथ ग्रहण समारोह में भूमिका
विदेश मंत्री एस जयशंकर का शपथ ग्रहण समारोह में उपस्थित होना भारत की पारंपरिक प्रथा का हिस्सा है, जिसमें भारत राज्य और सरकार के प्रमुखों के शपथ ग्रहण समारोह में अपनी उपस्थिति दर्ज करने के लिए विशेष दूत भेजता है। इससे पहले भी भारतीय मंत्री विभिन्न देशों के शपथ ग्रहण समारोहों में हिस्सा ले चुके हैं, जैसे कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 2023 में नाइजीरिया के राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण में भाग लिया था, जबकि किरेन रिजिजू ने मालदीव के राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लिया था।
शपथ ग्रहण समारोह में ट्रंप की विशेष अपील
अमेरिकी समय के अनुसार, डोनाल्ड ट्रंप आज दोपहर 12 बजे अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेंगे। हालांकि, वाशिंगटन डीसी में कड़ाके की ठंड के कारण ट्रंप का शपथ ग्रहण समारोह इस बार कैपिटल रोटुंडा में आयोजित किया जाएगा, जो आम तौर पर बाहर आयोजित होते हैं। ट्रंप ने अपने समर्थकों से अपील की है कि वे सड़कों पर जश्न मनाने के बजाय घरों में रहें, ताकि ठंड और बर्फीले तूफान से बचा जा सके।
ट्रंप ने उद्घाटन भाषण में कहा, “हम सब मिलकर अमेरिका को फिर से महान बनाएंगे, और इस बार का शपथ ग्रहण समारोह हर किसी के लिए सुरक्षित और सुखमय रहेगा।”
भारत-अमेरिका संबंधों को और मजबूत करने की दिशा में एक और कदम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा भेजे गए पत्र का उद्देश्य भारत और अमेरिका के बीच कूटनीतिक और व्यापारिक रिश्तों को और भी प्रगाढ़ बनाना है। पिछले कुछ वर्षों में दोनों देशों के बीच मजबूत सहयोग देखा गया है, और इस पत्र के जरिए यह संकेत मिलता है कि भारत, अमेरिका के साथ अपने संबंधों को और विस्तार देना चाहता है।