रूस-यूक्रेन युद्ध: पूर्व रूसी राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव का कहना है कि मास्को अधिक यूक्रेनी क्षेत्रों को जोड़ सकता है। यूक्रेन के कब्जे वाले क्षेत्रों को पहली बार रूसी भर्ती के नए दौर में शामिल किया जाएगा।
पूर्व रूसी राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव ने शुक्रवार को कहा कि मास्को यूक्रेन के अधिक क्षेत्रों को रूस में मिला सकता है। मेदवेदेव ने सोशल मीडिया पर लिखा, “यूक्रेन के विशेष सैन्य अभियान के उद्देश्यों को पूरा करने के बाद, रूसी संघ को यूक्रेनी क्षेत्रों के नए क्षेत्रों को स्वीकार करने का अधिकार होगा।”
मेदवेदेव की टिप्पणी रूस के यूक्रेन पर आक्रमण की शुरुआत के बाद से की गई सबसे स्पष्ट चेतावनी है कि मास्को स्थायी रूप से यूक्रेन के कुछ हिस्सों को अपने में मिला लेने का इरादा रखता है।
यूक्रेन के कब्जे वाले क्षेत्रों को पहली बार रूसी भर्ती के नए दौर में शामिल किया जाएगा, जो 1 अक्टूबर से शुरू होगा। रूसी रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु ने कहा कि इस साल के भर्ती लक्ष्य को 300,000 तक बढ़ा दिया गया है, जो पिछले साल की तुलना में 50,000 अधिक है।
यूक्रेन के अधिकारियों ने आरोप लगाया है कि रूस यूक्रेन के कब्जे वाले क्षेत्रों में भर्ती अभियान चला रहा है, जिसमें पुरुषों को बलपूर्वक रूसी सेना में शामिल किया जा रहा है। रूस ने इन आरोपों का खंडन किया है।
मेदवेदेव की टिप्पणी और रूसी भर्ती अभियान के विस्तार से यह आशंका जताई जा रही है कि रूस यूक्रेन में युद्ध समाप्त करने की कोई योजना नहीं बना रहा है और इसके बजाय उसे लंबे समय तक खींचने का इरादा रखता है।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने मेदवेदेव की टिप्पणी को “एक और युद्ध अपराध” बताया है। उन्होंने कहा, “रूस अपने क्षेत्र पर कब्जा करने और हमारे लोगों को नष्ट करने की कोशिश कर रहा है। लेकिन हम नहीं टूटेंगे। हम जीतेंगे।”
रूस-यूक्रेन युद्ध अब अपने सातवें महीने में प्रवेश कर चुका है और कोई अंत नहीं दिख रहा है। युद्ध ने यूक्रेन में लाखों लोगों को विस्थापित किया है और हजारों लोगों की जान ले चुका है। युद्ध ने वैश्विक अर्थव्यवस्था को भी प्रभावित किया है, जिससे ऊर्जा की कीमतें बढ़ी हैं और खाद्य सुरक्षा को खतरा पैदा हुआ है।