जेरूसलम/बेरूत: हिजबुल्लाह ने सोमवार को इजरायल पर 135 मिसाइलें दागकर अब तक का दूसरा सबसे बड़ा हमला किया। यह हमला इजरायल के तीसरे सबसे बड़े शहर हाइफा पर हुआ और इसके पीछे का मुख्य कारण हिजबुल्लाह के प्रमुख हसन नसरल्लाह की मौत के बाद का बदला बताया जा रहा है।
हमले के समय इजरायली सेना गाजा युद्ध की पहली वर्षगांठ पर दक्षिण लेबनान में जमीनी हमलों को बढ़ाने की योजना बना रही थी। ईरान समर्थित हिजबुल्लाह ने “फादी 1” मिसाइलों का उपयोग करते हुए हाइफा के दक्षिण में एक सैन्य अड्डे को निशाना बनाया और तिबेरियस पर भी हमला किया।
हाइफा पर हमला
हिजबुल्लाह ने दिन के अंत में हाइफा के उत्तर के क्षेत्रों को भी लक्ष्य बनाया। इजरायल की सेना ने पुष्टि की कि सोमवार को लगभग 135 प्रोजेक्टाइल इजरायली क्षेत्र में प्रवेश कर चुके थे। इस हमले में हाइफा क्षेत्र में 10 लोग घायल हुए, जबकि मध्य इजरायल में दो अन्य घायल हुए हैं।
इजरायल का जवाब
इजरायल की सेना ने जवाबी कार्रवाई करते हुए दक्षिणी लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकानों पर व्यापक बमबारी शुरू कर दी है। सीमा-क्षेत्र में हुई लड़ाई में दो इजराइली सैनिक मारे गए हैं, जिससे लेबनान में इजरायली सैन्य कर्मियों की मौतों की संख्या 11 हो गई है। लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इजराइली हवाई हमलों में बिंट जेबिल में एक नगरपालिका भवन पर हमले में 10 अग्निशामक मारे गए और अन्य हवाई हमलों में 22 लोगों की मौत हुई है।
नेतन्याहू की प्रतिक्रिया
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि देश “चुप नहीं बैठेगा” और आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। उनका यह बयान संकेत देता है कि इजरायल किसी बड़ी जवाबी कार्रवाई की तैयारी कर रहा है, जिससे तनाव और बढ़ सकता है।
इस स्थिति ने पूरे क्षेत्र में चिंता पैदा कर दी है, और सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि यह संघर्ष का एक नया अध्याय हो सकता है।