फलफूल रहा किराये की गर्लफ्रेंड बनने का बिजनेस, खास मकसद से इन्हें हायर करते हैं लड़के

Dharmender Singh Malik
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हमारे पड़ोसी देश चीन में एक अलग ही किस्म का धंधा फल-फूल रहा है। ये बिजनेस है- किराये पर गर्लफ्रेंड बनने का। इसे युवा लड़के खूब इस्तेमाल करते हैं। सुनने में आपको अटपटा लग सकता है लेकिन पड़ोसी देश चीन में सामान की तरह गर्लफ्रेंड हायर करने का भी बिजनेस खूब ट्रेंड में है।

एक रिपोर्ट के मुताबिक इस बिजनेस में लड़कियां अपनी मर्ज़ी से आती हैं और अच्छा मुनाफा कमाती हैं। हैरानी की बात तो ये है कि नौकरीपेशा लड़कियां भी वीकेंड पर किराये की गर्लफ्रेंड बनकर अच्छे पैसे कमा रही हैं। इसके लिए 89वायएन.कॉम नाम की एक खास वेबसाइट भी है।रिपोर्ट के मुताबिक मुमु नाम की एक नौकरी पेशा महिला भी ये काम करती है और उसका कहना है कि छुट्टियों और तीज़-त्यौहार के मौसम किराये की प्रेमिका का रेट हाई होता है।

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इस दौरान लड़कियां 360 डॉलर यानि 30 हज़ार रुपये से ज्यादा की रकम चार्ज करती हैं। इतना ही नहीं उन्हें एक ही दिन में 4-5 ग्राहक भी एप्रोच करते हैं। हाई सीज़न में उनकी कमाई हफ्ते-दो हफ्ते में ही 5 लाख रुपये तक हो जाती है। आप भी सोच रहे होंगे कि भला किराये पर गर्लफ्रेंड लेने का क्या काम? तो इसके पीछे कई दिलचस्प वजहें हैं।दरअसल चीन में शादी को लेकर युवाओं की सोच ज़रा बदली हुई है।

ऐसे में जब माता-पिता शादी का दबाव डालते हैं, तो लड़के सिर्फ उनसे मिलवाने के लिए गर्लफ्रेंड को हायर करते हैं। वे माता-पिता से मिलवाकर उन्हें ये यकीन दिलाते हैं कि उनका पहले से एक रिलेशनशिप है। इतना ही नहीं कुछ युवा तो नकली मैरिज सर्टिफिकेट बनवाने के लिए भी लड़कियों को किराये पर लेते हैं। भाड़े की गर्लफ्रेंड के साथ शादी के जोड़े में फोटो खिंचवाकर वे मैरिज सर्टिफिकेट बनवा लेते हैं।

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इसके अलावा उन्हें जब भी बिना रिलेशनशिप के किसी गर्लफ्रेंड के साथ घूमने-फिरने का दिल करे, तो वे उन्हें हायर कर सकते हैं। मालूम हो कि हममें से बहुत से लोग ऐसे होते हैं, जो रिलेशनशिप से इसलिए भागते हैं क्योंकि वो कमिटेड नहीं होना चाहते। फिर भी माता-पिता के दबाव में उन्हें शादी करनी पड़ती है।

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Editor in Chief of Agra Bharat Hindi Dainik Newspaper
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