1993 में, संयुक्त राष्ट्र ने सोमालिया में खाद्य आपूर्ति को फिर से शुरू करने के लिए एक शांति मिशन, यूएनओएसओम II भेजा। हालांकि, यह मिशन जल्द ही विफल हो गया, और सोमालिया में एक गृहयुद्ध छिड़ गया। संयुक्त राज्य अमेरिका ने सोमालिया में शांति बहाल करने के लिए एक सैन्य अभियान, ऑपरेशन गोथिक सर्पेंट शुरू किया। इस अभियान का उद्देश्य सोमाली मिलिशिया के नेता मोहम्मद फराह अयडिद को पकड़ना था।
3 अक्टूबर, 1993 को, अमेरिकी सैनिकों ने अयडिद के दो प्रमुख सहयोगियों को पकड़ने के लिए एक अभियान शुरू किया। मिशन शुरू में सफल रहा, लेकिन फिर सोमाली मिलिशिया ने अमेरिकी सैनिकों पर हमला कर दिया।
लड़ाई कई घंटों तक चली, और अमेरिकी सैनिकों ने भारी नुकसान झेला। अंततः, अमेरिकी सैनिकों को अपने मृत और घायल सैनिकों को निकालने के लिए पीछे हटना पड़ा। लड़ाई में 18 अमेरिकी सैनिक मारे गए और 73 घायल हुए। यह अमेरिकी इतिहास में सबसे घातक दिन था। लड़ाई के परिणामस्वरूप, संयुक्त राज्य अमेरिका ने सोमालिया से अपनी सेना को वापस ले लिया। यह सोमालिया में अमेरिकी हस्तक्षेप की समाप्ति थी।
लड़ाई को “ब्लैक हॉक डाउन” घटना के रूप में भी जाना जाता है, क्योंकि लड़ाई के दौरान दो अमेरिकी ब्लैक हॉक हेलीकॉप्टरों को मार गिराया गया था। लड़ाई एक विवादास्पद घटना थी, और यह अमेरिकी सैन्य नीति पर एक महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ा। लड़ाई के परिणामस्वरूप, संयुक्त राज्य अमेरिका ने अपने सैन्य हस्तक्षेपों के बारे में अधिक सावधानी बरतने की शपथ ली।