72 फ़ीसदी पत्नियां अपने पति से संतुष्ट नहीं

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नई दिल्ली । भारत में पति पत्नी के रिश्ते में बड़ी खटास देखी जा रही है। जिसके कारण परिवार में आए दिन पति- पत्नी के बीच में झगड़े बढ़ते ही जा रहे हैं। तलाक की नौबत तक पहुंच रहे हैं। घरेलू हिंसा और मारपीट बड़ी आम हो गई है।
जनरल सेज की एक ऑनलाइन रिसर्च के मुताबिक 39 फ़ीसदी पुरुषों और 27 फ़ीसदी महिलाओं ने माना है कि उनके अपने पार्टनर के साथ बेहतर रिलेशन नहीं है। वह वर्तमान रिलेशनशिप से खुश नहीं है। भारत में तलाक के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। सेक्स संबंधों में असंतुष्टी पति पत्नी के बीच वैचारिक मतभेद आर्थिक कारण से दंपतियों में लगातार तनाव बढ़ रहा है।

सर्वे में महत्वपूर्ण रूप से यह बात सामने आई है कि शारीरिक संबंधों में कमी और संतुष्टि नहीं होने से दांपत्य जीवन में तनाव बढ़ रहा है। 72 फ़ीसदी महिलाओं में शादीशुदा जिंदगी में सेक्स लाइफ से असंतुष्टि की बात सामने आई है।12 फ़ीसदी पत्नियों के तो अपने पत्नी से शारीरिक संबंध ही नहीं बने। 8 फ़ीसदी ने माना कि उनकी मर्जी के खिलाफ शादी की गई थी। 23।6 फ़ीसदी पुरुषों और 17।6 फ़ीसदी महिलाओं ने शादी के पूर्व अपने पति या पत्नी के साथ अपने रिश्तो को छुपाया था। जो बाद में विवाद के कारण बनते हैं।

रिसर्च गेट पर मौजूदा सर्वे
भारत में तलाक के 16 फ़ीसदी मामलों में पति या पत्नी के किसी अन्य से शारीरिक संबंध होने के कारण तलाक का कारण बनता है। 14 फ़ीसदी तलाक के मामलों में पार्टनर के साथ क्रूरता बरतने को आधार बनाया गया। 6 फ़ीसदी मामलों में पति की नपुंसकता तलाक का आधार बनी।

कुछ दंपतियों में पुरुष अथवा महिला की सेक्स संबंधी डिमांड कम या ज्यादा होना भी तलाक का कारण बनता है। बहरहाल इतने बड़े पैमाने पर मैरिड लाइफ से संतुष्ट नहीं होना एक बड़ी भारी समस्या बन गई है। जो पारिवारिकसामाजिक एवं आर्थिक रिश्तो में दरार डालने का काम कर रही है। इसका असर बच्चों पर भी पड़ रहा है।

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Editor in Chief of Agra Bharat Hindi Dainik Newspaper
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