दिवाली जैसे त्योहारों के नजदीक आते ही बाजार में ड्राई फ्रूट्स की मांग बढ़ जाती है। लेकिन इसी के साथ नकली बादाम भी बिकने लगे हैं, जो आपकी सेहत के लिए खतरनाक हो सकते हैं। असली बादाम में फाइबर, प्रोटीन, आयरन, और मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्व होते हैं, जबकि नकली बादाम में हाइड्रोजन पेरोक्साइड और ब्लीचिंग जैसे हानिकारक रसायनों का उपयोग किया जाता है। ऐसे में, असली और नकली बादाम की पहचान करना बहुत जरूरी है। आइए जानते हैं कुछ आसान तरीकों के बारे में।
नकली बादाम में क्या मिलाया जाता है?
नकली बादाम बनाने में इस्तेमाल होने वाले रसायन स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकते हैं। नकली बादाम का सेवन पेट में समस्या, हार्मोनल असंतुलन, और यहां तक कि कैंसर का कारण भी बन सकता है।
रंग का अंतर: असली बादाम हल्के भूरे रंग का होता है, जबकि नकली बादाम का रंग गाढ़ा भूरा होता है।
पानी से जांच: एक गिलास पानी में थोड़े से बादाम डालें। यदि बादाम डूब जाते हैं, तो वे असली हैं। नकली बादाम पानी में तैरते रहते हैं।
कागज परीक्षण: बादाम को कागज में रैप करके क्रश करें। असली बादाम से तेल निकलेगा, जबकि नकली में ऐसा नहीं होगा।
महक और स्वाद: असली बादाम को तोड़ने पर अच्छी महक आती है, जबकि नकली में या तो महक नहीं होती या फिर खराब महक आती है।
रातभर भिगोकर जांच: रात में एक कटोरी पानी में मुट्ठी भर बादाम डालें। सुबह छिलका उतारें। असली बादाम का छिलका आसानी से निकल जाएगा और साफ सफेद बादाम दिखेगा। पानी का रंग साफ होना चाहिए; अगर पानी भूरा है, तो यह नकली है।
इन आसान तरीकों से आप असली और नकली बादाम की पहचान कर सकते हैं। हमेशा ध्यान रखें कि आपका स्वास्थ्य सबसे महत्वपूर्ण है। त्योहारों के समय सही चीजें खरीदें और अपने परिवार की सेहत का ख्याल रखें।
बता दें कि, इसका दावा अग्र भारत नहीं करता है। ये जानकारी इंटरनेट के आधार पर दी गई है।