तेज़ या धीमी धड़कन? सावधान! यह हो सकता है कार्डियक एरेथमिया!

Manasvi Chaudhary
4 Min Read

अनियमित धड़कन (कार्डियक एरेथमिया): कारण, प्रकार और बचाव के तरीके

हमारी आधुनिक जीवनशैली और खानपान की आदतें हमारे दिल के स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव डालती हैं। व्यस्त दिनचर्या के कारण अक्सर लोग अपनी डाइट और लाइफस्टाइल पर ध्यान नहीं दे पाते हैं, जिससे हृदय संबंधी समस्याएं जैसे कार्डियक एरेथमिया का खतरा बढ़ जाता है। कार्डियक एरेथमिया एक ऐसी स्थिति है जिसमें दिल की धड़कन सामान्य लय से भटक जाती है।

मेरठ के छत्रपति शिवाजी सुभारती हॉस्पिटल के कंसलटेंट कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. दीपक बताते हैं कि एरेथमिया में दिल की धड़कन की गति असामान्य रूप से तेज (टैकीकार्डिया) या धीमी (ब्रैडीकार्डिया) हो सकती है। यह स्थिति उच्च रक्तचाप और अन्य हृदय रोगों के जोखिम को भी बढ़ा सकती है।

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कार्डियक एरेथमिया के प्रकार

डॉ. दीपक के अनुसार, कार्डियक एरेथमिया मुख्य रूप से चार प्रकार का होता है:

  1. टैकीकार्डिया: इस स्थिति में दिल बहुत तेजी से धड़कता है, यानी प्रति मिनट सामान्य से अधिक बार।
  2. ब्रैडीकार्डिया: इसमें दिल की धड़कन सामान्य गति से धीमी हो जाती है।
  3. एट्रियल फिब्रिलेशन: यह सबसे आम अनियमित धड़कन वाली स्थिति है, जिसमें हृदय का ऊपरी भाग असमान और तेज गति से कांपता है। इसके कारण रक्त का संचार ठीक से नहीं हो पाता है।
  4. वेंट्रिकुलर फिब्रिलेशन: यह एक अत्यंत गंभीर स्थिति है और यदि तुरंत इलाज न किया जाए तो यह जानलेवा हो सकती है।

कार्डियक एरेथमिया के कारण:

डॉ. दीपक अनियमित धड़कन के कई कारण बताते हैं, जिनमें प्रमुख हैं:

  • खराब जीवनशैली: अनियमित खानपान और व्यायाम की कमी।
  • पोषक तत्वों का असंतुलन: शरीर में पोटेशियम और कैल्शियम की कमी या अधिकता।
  • अत्यधिक नशा: शराब और कैफीन का ज्यादा सेवन।
  • धूम्रपान: यह हृदय स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।
  • तनाव: अत्यधिक तनाव भी हृदय की लय को बिगाड़ सकता है।
  • जन्मजात हृदय रोग: कुछ लोगों में जन्म से ही हृदय संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।
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डॉ. दीपक यह भी स्पष्ट करते हैं कि हर एरेथमिया जानलेवा नहीं होता है, लेकिन कुछ मामलों में यह दिल के दौरे या स्ट्रोक का कारण बन सकता है। इसलिए, यदि आपको दिल की धड़कन में कोई असामान्यता महसूस हो, चक्कर आएं, बेहोशी महसूस हो या अत्यधिक थकान हो, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।

कार्डियक एरेथमिया से बचाव

विशेषज्ञों के अनुसार, कार्डियक एरेथमिया के खतरे को कम करने के लिए निम्नलिखित उपाय किए जा सकते हैं:

  • तनाव प्रबंधन: तनाव को कम करने के लिए योग, ध्यान या अन्य तकनीकों का अभ्यास करें।
  • नशे से दूरी: शराब, कैफीन और धूम्रपान से बचें।
  • नियमित जांच: समय-समय पर अपने हृदय स्वास्थ्य की जांच करवाते रहें।
  • स्वस्थ आहार: अपने भोजन में हरी पत्तेदार सब्जियां और पौष्टिक तत्वों को शामिल करें।
  • नियमित व्यायाम: रोजाना कम से कम आधे घंटे तक पैदल चलें या अन्य व्यायाम करें।
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इन सरल उपायों को अपनाकर आप अपने दिल को स्वस्थ रख सकते हैं और कार्डियक एरेथमिया जैसी समस्याओं से बच सकते हैं।

 

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