इन 9 करोड़ लोगों की नौकरियां पर है खतरा, मगर ये लोग सेफ हैं! सामने आया WEF का डेटा
नई दिल्ली: आने वाला समय दुनिया भर में नौकरियों के लिहाज से बड़ा बदलाव लाएगा। विश्व आर्थिक मंच (World Economic Forum) द्वारा जारी की गई फ्यूचर ऑफ जॉब्स रिपोर्ट 2025 के मुताबिक, 2030 तक वैश्विक स्तर पर लगभग 170 मिलियन (17 करोड़) नई नौकरियों का सृजन होगा, लेकिन इसके साथ ही कई क्षेत्रों में नौकरी में गिरावट भी देखी जाएगी। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि तकरीबन 92 मिलियन (9.2 करोड़) नौकरियां खत्म हो सकती हैं। यह बदलाव मुख्य रूप से तकनीकी विकास, हरित (ग्रीन) बदलाव और आर्थिक व जनसांख्यिकीय परिवर्तनों के कारण होने वाले हैं।
आने वाले दशक में 170 मिलियन नौकरियों का सृजन
आने वाले समय में तकनीकी क्षेत्र में हो रही प्रगति, जनसंख्या बदलाव, भू-आर्थिक तनाव, और दबाव के कारण दुनिया भर में कई उद्योगों में बड़े परिवर्तन होंगे। 2030 तक, वैश्विक स्तर पर 170 मिलियन नई नौकरियां बनेंगी, जबकि 92 मिलियन नौकरियां खत्म हो सकती हैं। इसके अलावा, विकासशील लेबर मार्केट में 1090 मिलियन नौकरियों पर कोई खास असर नहीं पड़ने की संभावना है।
सबसे ज्यादा बढ़ने वाली नौकरियां
रिपोर्ट के मुताबिक, कुछ क्षेत्रों में नौकरियों का दायरा तेजी से बढ़ेगा। इनमें प्रमुख रूप से कृषि, स्वास्थ्य सेवाएं, प्रौद्योगिकी, निर्माण और शैक्षिक सेवाएं शामिल हैं। इन क्षेत्रों में सबसे ज्यादा बढ़ने वाली नौकरियों में शामिल हैं:
- खेती, मजदूरी और अन्य कृषि श्रमिक
- सॉफ़्टवेयर और एप्लिकेशन डेवलपर्स
- नर्सिंग प्रोफेशनल्स
- प्रोजेक्ट मैनेजर
- फूड प्रोसेसिंग और संबंधित ट्रेड मजदूर
- शॉप सेल्सपर्सन
- यूनिवर्सिटी और हायर एजुकेशन टीचर्स
इसके अलावा, सामाजिक कार्य और परामर्श पेशेवर, साधारण और प्रबंधक, और खाद्य और पेय पदार्थ परोसने वाले मजदूर भी आने वाले समय में बढ़ सकते हैं।
सबसे ज्यादा घटने वाली नौकरियां
वहीं दूसरी ओर, कुछ नौकरियां ऐसी भी होंगी जो तकनीकी बदलाव, आटोमेशन और अन्य कारणों से खत्म हो सकती हैं। इनमें से प्रमुख नौकरियां जो घट सकती हैं, वे हैं:
- कैशियर और टिकट क्लर्क
- प्रिंटिंग और संबंधित ट्रेड मजदूर
- अकाउंटेंट और ऑडिटर
- ग्राफिक डिजाइनर
- परिवहन परिचारक और कंडक्टर
- डेटा एंट्री क्लर्क
- सिक्योरिटी गार्ड
- ग्राहक सेवा कर्मचारी
भविष्य में सफल होने के लिए जरूरी स्किल्स
फ्यूचर ऑफ जॉब्स रिपोर्ट 2025 के मुताबिक, आने वाले समय में नियोक्ता उन व्यक्तियों को प्राथमिकता देंगे जिनमें नए कौशल सीखने की क्षमता होगी। रिपोर्ट के अनुसार, 2030 तक नौकरी बाजार में आवश्यक 39% प्रमुख कौशल बदलने की संभावना है। हालांकि, यह बदलाव 2023 के मुकाबले थोड़ा कम होगा, क्योंकि कंपनियां निरंतर सीखने, अपस्किलिंग (नई कौशल सीखना) और रिस्किलिंग (पुरानी कौशलों को अपडेट करना) पर ध्यान दे रही हैं।
आने वाले पांच वर्षों में तकनीकी कौशल सबसे अधिक महत्वपूर्ण हो जाएंगे। इनमें शामिल होंगे:
- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और बिग डेटा
- नेटवर्क और साइबर सुरक्षा
- टेक्नोलॉजिकल लिटरेसी
- क्रिएटिव थिंकिंग और सहनशीलता
- फुर्ती, जिज्ञासा और सीखने की क्षमता
इस रिपोर्ट से यह साफ हो जाता है कि तकनीकी कौशल और निरंतर सीखने की आदत भविष्य में नौकरियों के लिए सबसे अहम साबित होगी।
वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के प्रयास
वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम का सेंटर फॉर द न्यू इकोनॉमी एंड सोसाइटी विभिन्न व्यवसायों, शिक्षण संस्थानों और सरकारों के साथ मिलकर लोगों को भविष्य की अर्थव्यवस्था के लिए तैयार करने में मदद कर रहा है। इसके तहत Jobs Initiative और Reskilling Revolution जैसे प्लेटफार्म काम कर रहे हैं, जो आने वाले समय में नए कौशल प्राप्त करने और बदलते बाजार की जरूरतों को पूरा करने में मदद करेंगे।
फ्यूचर ऑफ जॉब्स रिपोर्ट 2025 से यह स्पष्ट होता है कि आने वाले दशक में नौकरियों के क्षेत्र में बड़े बदलाव आएंगे। जहां एक ओर नई नौकरियों का सृजन होगा, वहीं कुछ पारंपरिक नौकरियां तकनीकी कारणों से समाप्त हो जाएंगी। इसके लिए जरूरी होगा कि लोग समय रहते अपनी क्षमताओं में सुधार करें और नए कौशल सीखने की दिशा में कदम बढ़ाएं। तकनीकी विकास, हरित परिवर्तन और समग्र समाज में बदलावों के साथ आने वाली चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में आधुनिक कौशल और लचीलापन ही सफलता की कुंजी साबित होंगे।