आपके किचन में मौजूद वह पैक किया हुआ खाना जो आपको इतना स्वादिष्ट लगता है, शायद आपके स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकता है। एक नए अध्ययन के अनुसार, ब्रेस्ट कैंसर के बढ़ते मामलों का एक बड़ा कारण फूड पैकेजिंग में इस्तेमाल होने वाले पदार्थ हो सकते हैं। जी हां, आपने सही सुना! वे प्लास्टिक की बोतलें, डिब्बे और पैकेट जिनमें आप अपना खाना रखते हैं, उनमें ऐसे हानिकारक रसायन छिपे हो सकते हैं जो कैंसर का कारण बन सकते हैं।
प्लास्टिक में छिपा जहर
आपने शायद प्लास्टिक के खतरे के बारे में सुना होगा, लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह आपके खाने तक कैसे पहुंचता है? फूड पैकेजिंग में इस्तेमाल होने वाले कई प्रकार के प्लास्टिक में ऐसे रसायन होते हैं जो उच्च तापमान या समय के साथ भोजन में मिल जाते हैं। इन रसायनों को बिस्फेनॉल ए (BPA) और फ्थालेट्स कहा जाता है। ये रसायन हमारे शरीर में हार्मोनल असंतुलन पैदा कर सकते हैं और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकते हैं।
कैसे बचें?
- घर का बना खाना: जितना हो सके घर का बना खाना खाएं और पैकेज्ड खाद्य पदार्थों से बचें।
- कांच और स्टेनलेस स्टील: प्लास्टिक के बर्तनों के बजाय कांच और स्टेनलेस स्टील के बर्तनों का इस्तेमाल करें।
- ध्यान से पढ़ें: खाद्य पदार्थों के लेबल को ध्यान से पढ़ें और BPA-मुक्त उत्पादों को चुनें।
- खाद्य पदार्थों को गर्म न करें: प्लास्टिक के बर्तनों में गर्म खाद्य पदार्थों को गर्म न करें।
- सरकार को लिखें: सरकार को सुरक्षित फूड पैकेजिंग के नियम बनाने के लिए प्रेरित करें।
क्या है रास्ता?
यह समस्या बहुत गंभीर है और इसका समाधान आसान नहीं है। हमें सभी को मिलकर इस समस्या से लड़ना होगा। सरकार को फूड पैकेजिंग के नियमों को सख्त बनाना होगा और उद्योग को सुरक्षित विकल्प विकसित करने के लिए प्रोत्साहित करना होगा। साथ ही, हमें खुद को भी जागरूक रहना होगा और सुरक्षित विकल्प चुनने होंगे।