आगरा: मौसम बदलते ही हमारी डाइट में भी बदलाव की जरूरत होती है। सर्दी के मौसम में गेहूं की रोटी की जगह आप अपनी थाली में रागी, ज्वार और मकई की रोटियां शामिल कर सकते हैं। आयुर्वेदिक डॉक्टर के अनुसार, ये रोटियां न केवल स्वादिष्ट होती हैं बल्कि आपके स्वास्थ्य के लिए भी बेहद फायदेमंद हैं।
क्यों हैं ये आटे इतने खास?
रांची के आयुर्वेदिक डॉक्टर वीके पांडे के अनुसार, रागी, ज्वार और मकई के आटे में उच्च मात्रा में फाइबर होता है और ये ग्लूटेन-फ्री होते हैं। ये गुण इन्हें गेहूं की रोटी के मुकाबले अधिक पौष्टिक बनाते हैं।
फाइबर से भरपूर:
इन आटों में मौजूद उच्च मात्रा में फाइबर पाचन तंत्र को स्वस्थ रखता है और कब्ज की समस्या को दूर करता है।
ग्लूटेन-फ्री:
ग्लूटेन-फ्री होने के कारण ये आटे सीलिएक रोगियों और ग्लूटेन संवेदनशील लोगों के लिए उपयुक्त होते हैं।
पोषक तत्वों से भरपूर:
इन आटों में विटामिन, मिनरल्स, प्रोटीन और एंटीऑक्सीडेंट्स प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं जो शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।
वजन नियंत्रण:
ये आटे आपको लंबे समय तक तृप्त रखते हैं जिससे आपका वजन नियंत्रित रहता है।
डायबिटीज के लिए फायदेमंद:
इन आटों में ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जिससे ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद मिलती है।
कैसे करें इनका उपयोग?
आप इन आटों का उपयोग करके विभिन्न प्रकार की रोटियां, पराठे, चीला और ब्रेड बना सकते हैं। आप इन आटों को अन्य अनाजों जैसे बाजरा, जौ आदि के साथ भी मिलाकर उपयोग कर सकते हैं।
इतने विटामिन-मिनरल्स
मल्टीग्रेन आटे में उच्च मात्रा में विटामिन और मिनरल्स होते हैं। जैसे, विटामिन ए, बी, सी, ओमेगा 3 फैटी एसिड जो आपके दिमाग और पूरी बॉडी के विकास के लिए काफी फायदेमंद हैं। यह न्यूट्रिशन डिफिशिएंसी को पूरा करते हैं और बॉडी को काफी ताकतवर बनाते हैं। इसमें प्रोटीन की उच्च मात्रा होती है, जो मसल्स के ग्रोथ के लिए काफी फायदेमंद है।
सर्दी के मौसम में अपनी डाइट में रागी, ज्वार और मकई की रोटियों को शामिल करके आप अपनी सेहत का ख्याल रख सकते हैं। ये आटे न केवल स्वादिष्ट होते हैं बल्कि आपके शरीर को आवश्यक पोषक तत्व भी प्रदान करते हैं।