अनिल जैसे कई लोग हैं जो सालों से एक ही जगह काम कर रहे हैं, लेकिन उनकी सैलरी में उम्मीद के मुताबिक इजाफा नहीं हो रहा है। ऐसे में नौकरी छोड़ने का मन करता है, पर राजू सही कहता है कि बिना प्लानिंग के यह कदम उठाना खुद का नुकसान करने जैसा है। अधिकतर लोग कम सैलरी बढ़ने के लिए कंपनी या बॉस को जिम्मेदार ठहराते हैं, लेकिन वित्तीय विशेषज्ञ मानते हैं कि कई बार इसके लिए कर्मचारी खुद भी जिम्मेदार होते हैं। यदि आपकी सैलरी भी उम्मीद के मुताबिक नहीं बढ़ रही है, तो परेशान होने की बजाय इन 4 विकल्पों पर विचार कर सकते हैं:
1. बॉस से सीधी बात करें
सबसे पहला कदम है अपने बॉस से खुलकर बात करना। अपनी सैलरी स्ट्रक्चर को समझें और उन तथ्यों को सामने रखें जो आपकी सैलरी बढ़ाने के पक्ष में हों। उदाहरण के लिए, आपने कंपनी के लिए क्या-क्या महत्वपूर्ण काम किए हैं, आपकी क्या उपलब्धियां हैं, और आप कंपनी के लिए क्यों अहम हैं।
ध्यान दें:
- कभी भी किसी सहकर्मी की सैलरी से अपनी तुलना न करें। आपका फोकस इस बात पर होना चाहिए कि आपको क्यों अधिक सैलरी मिलनी चाहिए।
- अगर पहली बार में बात नहीं बनती, तो बॉस से पूछें कि इस मुद्दे पर दोबारा कब विचार किया जा सकता है। तब तक अपने काम में पूरी लगन से लगे रहें।
2. अपनी स्किल बढ़ाएं (स्किल डेवलपमेंट)
आज की तेजी से बदलती दुनिया में नई स्किल्स सीखना बेहद जरूरी है। जिस फील्ड में आप हैं, उसकी इंडस्ट्री में क्या डिमांड है, यह समझें। अगर आपको लगता है कि मौजूदा फील्ड में ग्रोथ कम है, तो उसी कंपनी में रहते हुए या बाहर से डिमांडिंग स्किल्स सीख सकते हैं। इससे न केवल आप अपने काम में बेहतर होंगे, बल्कि कंपनी भी आपको अपने साथ रखने के लिए आतुर रहेगी और बाहर से भी अच्छे ऑफर मिल सकते हैं।
उदाहरण: आप डेटा एनालिसिस, कोडिंग, डिजिटल मार्केटिंग, या AI टूल्स का उपयोग करना सीख सकते हैं।
3. जॉब बदलने पर विचार करें
यदि आप लंबे समय से एक ही कंपनी में हैं और आपकी सैलरी महंगाई दर के हिसाब से नहीं बढ़ रही है, तो जॉब बदलने पर विचार करना एक अच्छा विकल्प हो सकता है। नई कंपनी में आपको नई भूमिका, नया काम करने का तरीका और अक्सर बेहतर सैलरी मिलती है।
महत्वपूर्ण:
- नौकरी बदलने से पहले रिसर्च करें कि आपके अनुभव, शिक्षा और भूमिका के आधार पर नई कंपनी में कितनी सैलरी मिलनी चाहिए।
- अगर आपको मौजूदा संस्थान से बेहतर ऑफर मिल रहा है, तो बिना संकोच के बदलाव करें। कई बार लोग एक ही जगह रहते हुए सैलरी से समझौता कर लेते हैं, जो आर्थिक रूप से उनका ही नुकसान करता है।
4. साइड इनकम के स्रोत बनाएं
अगर आपको लगता है कि मौजूदा जॉब में सैलरी ग्रोथ की गुंजाइश कम है और आप तुरंत नौकरी नहीं बदलना चाहते, तो पार्ट-टाइम अर्निंग के स्रोत बना सकते हैं। हालांकि, अपनी कंपनी की पॉलिसी जान लें, ताकि बाद में कोई परेशानी न हो।
उदाहरण:
- फ्रीलांसिंग (जैसे ग्राफिक डिजाइन, कंटेंट राइटिंग)
- पार्ट-टाइम प्रोजेक्ट्स
- अपने कौशल का उपयोग करके ट्यूशन देना।
- स्टॉक मार्केट के बारे में सीखकर छोटे निवेश से शुरुआत करना (लेकिन पहले वित्तीय शिक्षा जरूर लें)।
ये तरीके आपको अपनी सैलरी में ग्रोथ पाने और आर्थिक रूप से मजबूत होने में मदद कर सकते हैं।