पूर्णिया (बिहार): बिहार के पूर्णिया जिले से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जो न केवल समाज में प्रेम और विश्वास के रिश्तों पर सवाल खड़ा करता है, बल्कि शिक्षा और मेहनत की भी एक नई परिभाषा प्रस्तुत करता है। यह कहानी है रंजन कुमार राणा की, जिन्होंने अपनी पत्नी लक्ष्मी कुमारी को कड़ी मेहनत और sacrifices के बाद पढ़ाया-लिखाया और टीचर बनाया, लेकिन अब लक्ष्मी ने अपने पति को छोड़कर 19 साल के प्रेमी के साथ फरार हो गई है।
टीचर बनने के बाद पति को छोड़ा
रंजन कुमार राणा की शादी 13 साल पहले लक्ष्मी कुमारी से हुई थी और दोनों के दो बेटे हैं, जिनकी उम्र 7 और 10 साल है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा महिलाओं को टीचर बनने के लिए रिजर्वेशन की घोषणा के बाद रंजन ने अपनी पत्नी लक्ष्मी को बेहतर शिक्षा दिलाने की योजना बनाई थी। उसने अपनी पत्नी को एक कोचिंग संस्थान में दाखिला दिलाया, जहां की फीस हजारों में थी। उसकी मेहनत रंग लाई और लक्ष्मी कुमारी को अररिया जिले के एक प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक की नौकरी मिल गई।
टीचर को पड़ोसी से हुआ प्यार
लक्ष्मी के शिक्षक बनने के बाद उसकी पोस्टिंग दूसरे जिले में हो गई थी, और वह अररिया जिले के कूड़ा टोल तमघट्टी में किराए के मकान में रहने लगी थी। इस दौरान रंजन अपने बच्चों के साथ पूर्णिया में रहकर उनका भविष्य संवारने में जुटा था। लेकिन लक्ष्मी और पड़ोस में रहने वाले 19 साल के लड़के सुनील राम के बीच प्यार हो गया। सुनील पहले लक्ष्मी के छोटे-मोटे कामों में मदद करता था और इसी दौरान दोनों के बीच रोमांटिक संबंध विकसित हो गए।
भागने की खबर फैली
सुनील के घरवालों ने जब उनके रिश्ते के बारे में जाना, तो सुनील को घर से बाहर भेज दिया गया। इसके बावजूद दोनों की फोन पर बातें होती रही। कुछ दिन पहले ही सुनील अपने घर लौटा और उसी दौरान लक्ष्मी के साथ फरार हो गया। इस घटना की खबर पूरे इलाके में आग की तरह फैल गई। मकान मालिक ने सबसे पहले रंजन कुमार को इस बारे में सूचित किया। रंजन ने तुरंत स्कूल के प्रधानाध्यापक से संपर्क किया और पता चला कि उसकी पत्नी बिना किसी सूचना के स्कूल से गायब है।
पति ने दर्ज कराया अपहरण का मामला
इसके बाद रंजन ने तमघट्टी में सुनील राम के परिवार से जानकारी ली, लेकिन इस दौरान सुनील के परिवार ने लक्ष्मी पर ही आरोप लगाते हुए कहा कि वह उनके बेटे को लेकर भाग गई है। लड़के के घरवालों का कहना था कि उनका बेटा नाबालिग है, जबकि लक्ष्मी की उम्र 35-40 साल है। इसके बाद रंजन ने पुलिस थाने में जाकर अपनी पत्नी, सुनील राम, उसके पिता भरत राम और भाई अनिल राम के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज कराया है।
प्रेमी के साथ भागने की वजह से परिवार में खलबली
इस मामले ने पूरे इलाके में हलचल मचा दी है। पति के लिए यह स्थिति बेहद कठिन है, क्योंकि उसने अपनी पत्नी को शिक्षा दिलवाकर उसे समाज में एक सम्मानजनक स्थान दिलवाया था, लेकिन अब वही पत्नी अपने 19 वर्षीय प्रेमी के साथ भाग गई है। यह घटना न केवल पति और पत्नी के रिश्ते को प्रभावित करती है, बल्कि समाज में परिवार और रिश्तों के महत्व पर भी सवाल खड़ा करती है।
यह मामला समाज में कई गंभीर सवाल खड़े करता है, खासकर रिश्तों की विश्वसनीयता, शिक्षा के प्रभाव, और परिवार की जिम्मेदारी को लेकर। रंजन कुमार की मेहनत और लक्ष्मी की सफलता को देखकर कई लोग यह सवाल उठा रहे हैं कि क्या ऐसी घटनाएं रिश्तों को कमजोर नहीं करतीं? क्या पति-पत्नी के रिश्ते में विश्वास और कड़ी मेहनत का कोई मूल्य नहीं रह गया है? यह मामला अभी भी जांच के दौर में है, और आगे क्या होगा यह देखना बाकी है।