एक पिता अपने बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए हर संभव प्रयास करता है, अपनी खुशियों का त्याग कर उन्हें सुख-सुविधाएं दिलाने में जुटा रहता है। लेकिन, इस दुनिया में कुछ ऐसे भी पिता हैं, जो रिश्तों की मर्यादा को तार-तार करते हुए, पैसों के लालच में अपनी ही औलाद को घिनौने दलदल में धकेल देते हैं। ऐसा ही एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है कनाडा से, जिसने इंसानियत को शर्मसार कर दिया है।
कनाडा के विंडसर की रहने वाली एमिलू बेनेट (Amylu Bennett) ने हाल ही में एक इंटरव्यू में अपनी जिंदगी का एक ऐसा सच उजागर किया, जिसे सुनकर हर कोई सन्न रह गया। एमिलू ने बताया कि उन्हें एडल्ट इंडस्ट्री में लाने का श्रेय किसी और को नहीं, बल्कि उनके अपने पिता को जाता है। हालांकि, हैरानी की बात यह है कि एमिलू इस बात से नाराज नहीं हैं, बल्कि वह अपने पिता के इस कदम को एक प्रोत्साहन के रूप में देखती हैं।
एमिलू तीन बहनों में सबसे छोटी हैं। उन्होंने बताया कि उनके पिता अक्सर तीनों बहनों से कहा करते थे कि यदि वे लड़कियां होने के नाते एडल्ट काम करना चाहें तो उन्हें इसमें कोई आपत्ति नहीं है। एमिलू की दो बड़ी बहनों ने तो इस प्रस्ताव को सिरे से नकार दिया, लेकिन एमिलू ने इसे एक अवसर के तौर पर देखने का फैसला किया।
अपने 18वें जन्मदिन के ठीक बाद, एमिलू ने पहली बार एक मैगजीन के पेज-3 के लिए टॉपलेस फोटोशूट करवाया। उस समय वह अपने शहर के एक बार में वेट्रेस का काम करती थीं। जब पहली बार उनकी टॉपलेस तस्वीर अखबार में छपी, तो बार में मौजूद लोग उनके साथ तस्वीरें खिंचवाने के लिए उत्साहित हो उठे। उनके पिता भी अक्सर उसी बार में आते थे। अपनी बेटी की ऐसी तस्वीर देखकर उन्हें जरा भी शर्मिंदगी महसूस नहीं हुई। उन्होंने एमिलू से सिर्फ इतना कहा कि अगर वह इस काम से खुश है और इससे अच्छे पैसे कमा रही है, तो यह काम अच्छा है और इसमें कोई बुराई नहीं है।
हालांकि, एमिलू ने यह भी बताया कि इस काम को अपनाने के बाद लोगों का उनके प्रति नजरिया बदल गया। उन्हें अक्सर बुरी नजरों से देखा जाता था और उनकी कड़ी आलोचना भी की जाती थी। बावजूद इसके, एमिलू आज एडल्ट इंडस्ट्री में एक जाना-माना नाम हैं। उनकी कहानी एक कड़वा सच बयां करती है कि कैसे पैसों के लोभ में कुछ लोग रिश्तों की पवित्रता को भी भूल जाते हैं और अपनी ही संतानों का इस्तेमाल करने से भी नहीं हिचकिचाते। यह मामला न केवल चौंकाने वाला है, बल्कि समाज में रिश्तों के बदलते मूल्यों पर भी एक गंभीर सवाल खड़ा करता है।