अक्सर कुछ लोग अपने जीवन में बदलाव की उम्मीद करते हैं और इस ख्वाहिश के साथ अपनी किस्मत को आजमाने के लिए अजीबोगरीब तरीके अपनाते हैं। इनमें से एक तरीका है गड़े खजाने की तलाश। कुछ लोग मेटल डिटेक्टर के जरिए पुराने खंडहरों में छिपे खजाने की खोज में निकल पड़ते हैं, वहीं कुछ लोग लॉटरी का सहारा लेते हैं। हाल ही में ऐसा ही एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक शख्स ने जर्जर खंडहर में घुसकर अपनी किस्मत आजमाई, और उसका प्रयास उसे कुछ ऐसा मिला कि वह खुद भी हैरान रह गया।
मेटल डिटेक्टर से मिलते हैं आश्चर्यजनक खजाने
वीडियो में दिखाई दे रहा है कि एक शख्स मेटल डिटेक्टर के साथ एक वीरान पड़े खंडहर में घुसता है और दीवार के पास मेटल डिटेक्टर स्कैन करता है। जैसे ही वह मेटल डिटेक्टर को पिलर के पास ले जाता है, उसकी मशीन बीप-बीप करने लगती है, जिससे लगता है कि वहां कुछ है। कुछ ही सेकंड बाद, जब शख्स पिलर को तोड़ता है, तो अंदर से एक मटका निकलता है, जिसमें ढेर सारे डॉलर नोट और कान की बालियां रखी हुई होती हैं।
यह दृश्य बहुत ही रोमांचक था और यह देखते ही शख्स की किस्मत पलट गई। वीडियो में शख्स की आंखों में हैरानी और खुशी साफ नजर आ रही है, क्योंकि एक झटके में उसे ऐसा खजाना मिल जाता है, जिसकी उसने कभी कल्पना भी नहीं की थी। यह वीडियो @jackcharlesefaisca नामक इंस्टाग्राम अकाउंट पर शेयर किया गया है, और अब यह सोशल मीडिया पर एक हॉट टॉपिक बन चुका है।
क्या यह सच है?
हालांकि, वीडियो में दिखाए गए खजाने की सच्चाई पर कुछ सवाल भी उठ रहे हैं। आजकल सोशल मीडिया पर ऐसी वीडियोस का झूठा होना आम बात हो चुकी है। कई लोग इस वीडियो को स्क्रिप्टेड या फेक मान रहे हैं। एक यूजर ने सवाल उठाया, “दीवार के पीछे सालों से बंद होने के बाद भी नोट इतने कड़क कैसे?” वहीं, कुछ अन्य यूजर्स ने यह भी कहा कि वीडियो केवल लाइक्स और फॉलोअर्स बढ़ाने के लिए एक ट्रिक हो सकती है।
कुछ और सवाल जो लोगों ने उठाए
- दीवार के अंदर इतनी पुरानी चीज़ें कैसे सुरक्षित रहीं? नमी और तापमान में बदलाव के बावजूद, नोट बिल्कुल सुरक्षित और साफ कैसे रह सकते हैं?
- क्या यह सच में मेटल डिटेक्टर से खजाना मिल सकता है? असल में मेटल डिटेक्टर से सिक्के, धातु की वस्तुएं आदि तो मिल सकती हैं, लेकिन इस तरह का खजाना एकदम से बाहर निकलने की संभावना बहुत कम होती है।
- क्या यह सिर्फ एक स्क्रिप्टेड वीडियो है? कुछ लोगों का कहना है कि यह वीडियो सिर्फ ध्यान आकर्षित करने के लिए बनाया गया है और इसकी वास्तविकता पर संदेह जताना लाजिमी है।
चाहे वीडियो असली हो या नकली, लेकिन यह एक अच्छा उदाहरण है कि कैसे सोशल मीडिया पर वायरल होने वाली चीज़ें तुरंत लोगों का ध्यान खींच लेती हैं। ऐसे वीडियो हमारे समाज की उस मानसिकता को भी दिखाते हैं, जिसमें लोग यह उम्मीद करते हैं कि कभी न कभी उन्हें अचानक कोई बड़ा खजाना मिल जाएगा। हालांकि, इसके पीछे के वास्तविक कारणों पर विचार करना जरूरी है, क्योंकि अब सोशल मीडिया में सच और झूठ के बीच अंतर करना कठिन हो गया है।