नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने आयकरदाताओं को बड़ी राहत देते हुए टैक्स से जुड़े कुछ नियमों में बदलाव किया है। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) ने एक अधिसूचना जारी कर इन बदलावों की जानकारी दी है। इन बदलावों से लाखों करदाताओं को फायदा होगा।
सैलरीड कर्मचारियों को मिली बड़ी राहत:
सैलरीड कर्मचारियों को अब टैक्स कटौती का दावा करना आसान हो जाएगा। नए नियमों के अनुसार, सैलरी पर काटे गए TDS (Tax Deducted at Source) या TCS (Tax Collected at Source) को अब आसानी से टैक्स रिटर्न में दिखाया जा सकेगा। इससे टैक्सपेयर्स को टैक्स रिफंड प्राप्त करने में मदद मिलेगी।
नाबालिगों के लिए TCS क्रेडिट क्लेम करना हुआ आसान:
नए नियमों के तहत, नाबालिगों के लिए TCS क्रेडिट क्लेम करना भी आसान हो गया है। अब माता-पिता अपने नाबालिग बच्चों की ओर से TCS क्रेडिट क्लेम कर सकते हैं।
डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन में भारी वृद्धि:
पिछले 10 वर्षों में भारत में डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन में 182% की वृद्धि हुई है। यह वृद्धि कॉरपोरेट टैक्स और व्यक्तिगत आयकर दोनों में देखी गई है।
अन्य महत्वपूर्ण बिंदु:
- फॉर्म 12BAA: कर्मचारियों को अब अपने एंप्लॉयर को फॉर्म 12BAA देना होगा, जिसमें TDS और TCS की जानकारी दी जाएगी।
- TCS क्रेडिट: TCS क्रेडिट क्लेम करने के लिए, कलेक्टर को बैंक या अन्य संस्थान को एक डिक्लेरेशन देना होगा।
इन बदलावों से करदाताओं को क्या फायदा होगा?
- टैक्स रिटर्न फाइल करना आसान होगा।
- टैक्स रिफंड जल्दी मिल जाएगा।
- टैक्स की समझ बढ़ेगी।
केंद्र सरकार द्वारा किए गए इन बदलावों से करदाताओं को काफी राहत मिलेगी। इन बदलावों से टैक्स सिस्टम और अधिक पारदर्शी और सरल बन गया है।