Advertisement

Advertisements

Budget 2025: क्या होता है Deep Tech, जिसके लिए वित्त मंत्री ने किया फंड ऑफ फंड्स का ऐलान

Dharmender Singh Malik
4 Min Read
Budget 2025: क्या होता है Deep Tech, जिसके लिए वित्त मंत्री ने किया फंड ऑफ फंड्स का ऐलान

नई दिल्ली: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 2025-26 के बजट में कई महत्वपूर्ण घोषणाएँ की हैं, जिनमें से एक अहम घोषणा थी ‘डीप टेक’ (Deep Tech) के लिए फंड ऑफ फंड्स का ऐलान। इस कदम के जरिए सरकार ने टेक्नोलॉजी और इनोवेशन के क्षेत्र को बढ़ावा देने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया है। डीप टेक के लिए इस फंड का उद्देश्य भारतीय स्टार्टअप्स और शोधकर्ताओं को बेहतर संसाधन और समर्थन प्रदान करना है, ताकि वे दुनिया के तकनीकी क्षेत्र में अपनी स्थिति को मजबूत कर सकें।

क्या होता है Deep Tech?

डीप टेक (Deep Tech) एक ऐसा टर्म है जिसका इस्तेमाल उन वैज्ञानिक और इंजीनियरिंग एडवांसमेंट पर आधारित इनोवेशन के लिए किया जाता है, जिनमें अत्याधुनिक शोध और तकनीकी विकास की आवश्यकता होती है। यह सिर्फ सॉफ्टवेयर आधारित या उपभोक्ता-केंद्रित तकनीक नहीं है। डीप टेक में ऐसी तकनीकों पर ध्यान केंद्रित किया जाता है जो लंबे समय तक शोध, विकास, और परीक्षण से गुजरती हैं। इनमें ए.आई. (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस), बायोटेक्नोलॉजी, नैनोटेक्नोलॉजी, रोबोटिक्स और अन्य उभरती हुई तकनीकों का समावेश होता है। इन तकनीकों को विकसित करने में काफी समय, पैसा और रिसर्च की आवश्यकता होती है।

See also  पीएम मोदी की सीबीआई को दो टूक......कोई भी भ्रष्टाचारी बचना नहीं चाहिए

डीप टेक सेक्टर में निवेश की कमी

वर्तमान में डीप टेक सेक्टर में निवेश की कमी देखी जा रही है, और इसका मुख्य कारण यह है कि इन तकनीकों के विकास में लंबा समय लगता है। स्टार्टअप्स के लिए यह एक चुनौती है, क्योंकि उन्हें शुरुआती निवेश मिलने में मुश्किलें आती हैं। इन्हें स्थापित करने में भारी लागत और समय लगता है, जिससे निवेशक कम रुचि दिखाते हैं। इसी समस्या को हल करने के लिए सरकार ने डीप टेक को बढ़ावा देने के लिए फंड ऑफ फंड्स का ऐलान किया है।

बजट 2025 में Deep Tech को बढ़ावा देने के लिए की गई घोषणाएँ

  1. फंड ऑफ फंड्स: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में डीप टेक के लिए फंड ऑफ फंड्स की घोषणा की है, जिससे इनोवेशन और रिसर्च के लिए स्टार्टअप्स को अतिरिक्त निवेश मिल सकेगा।
  2. 10,000 रिसर्च फेलोशिप: अगले 5 साल में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (IIT) और भारतीय विज्ञान संस्थान (IISc) में टेक्नोलॉजी पर रिसर्च करने के लिए 10,000 फेलोशिप प्रदान की जाएंगी। इससे शोधकर्ताओं को और अधिक संसाधन उपलब्ध होंगे।
  3. 20,000 करोड़ रुपये का निवेश: वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार 20,000 करोड़ रुपये का निवेश प्राइवेट सेक्टर में रिसर्च और डेवलपमेंट (R&D) और इनोवेशन के लिए करेगी।
  4. पीएम रिसर्च फेलोशिप: इस योजना के तहत अगले 5 वर्षों में 10,000 फेलोशिप प्रदान की जाएंगी। यह फेलोशिप विशेष रूप से IIT और IISc के छात्रों और शोधकर्ताओं के लिए होगी।
  5. नेशनल जियोस्पेशल मिशन: फंडामेंटल जियोस्पेशल इंफ्रास्ट्रक्चर और डेटा डेवेलपमेंट के लिए एक नया मिशन शुरू किया जाएगा। इसका उद्देश्य लैंड रिकॉर्ड्स, अर्बन प्लानिंग और इंफ्रास्ट्रक्चर डिज़ाइन पर काम करना होगा।
  6. AI फॉर एजुकेशन: वित्त मंत्री ने AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) को शिक्षा के क्षेत्र में इंटीग्रेट करने के लिए 500 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया है। इसके तहत AI सेंटर्स को बढ़ाया जाएगा और इसे कृषि, स्वास्थ्य और सस्टेनेबल सिटीज में इस्तेमाल किया जाएगा।
See also  Adhar Card New Update: 134 करोड़ आधार धारकों के लिए बुरी खबर, सरकार ने बनाया नया नियम

डीप टेक सेक्टर के लिए फंड का महत्व

डीप टेक सेक्टर में निवेश की कमी को ध्यान में रखते हुए, फंड ऑफ फंड्स एक महत्वपूर्ण कदम है। यह फंड स्टार्टअप्स और शोधकर्ताओं को उनके इनोवेटिव विचारों को वास्तविकता में बदलने के लिए आवश्यक संसाधन और समर्थन प्रदान करेगा। इसके साथ ही, यह भारतीय टेक इंडस्ट्री को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा में बनाए रखने में मदद करेगा।

Advertisements

See also  Adhar Card New Update: 134 करोड़ आधार धारकों के लिए बुरी खबर, सरकार ने बनाया नया नियम
See also  धोनी ने की IPS अधिकारी के खिलाफ याचिका दायर
Share This Article
Editor in Chief of Agra Bharat Hindi Dainik Newspaper
Leave a Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Advertisement