राज्यसभा में पीएम मोदी का विपक्ष पर हमला हमला बोला और अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाईं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी देश के लिए खतरा है और उनकी सरकार ही देश को आगे ले जा सकती है।
विपक्ष पर जमकर बोला हमला
पीएम मोदी ने विपक्ष पर आरोप लगाया कि वे अपनी नीतियां नहीं बता पा रहे हैं और मोदी की गारंटी पर सवाल उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी सोच से भी आउटडेटेड हो गई है और उसकी नीतियां देश के लिए हानिकारक हैं। उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि उसने सत्ता के लालच में लोकतंत्र का गला घोंटा और देश को तोड़ने का काम किया है। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस ने जातिवाद, आतंकवाद और अलगाववाद को बढ़ावा दिया है।
अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनवाईं
पीएम मोदी ने अपनी सरकार की उपलब्धियों का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने विकसित भारत की नींव को मजबूत करने के लिए काम किया है। उन्होंने कहा कि अगले 5 साल में देश में इलाज बहुत सस्ता हो जाएगा, गरीबों को पीएम आवास मिलेगा, बिजली बिल जीरो होगा और पाइप से गैस के कनेक्शन पूरे देश में उपलब्ध होंगे।
नेहरू पर की टिप्पणी
पीएम मोदी ने कहा कि पंडित नेहरू आरक्षण के खिलाफ थे और उन्होंने एससी-एसटी को आरक्षण देने में देरी की थी।उन्होंने यह भी कहा कि नेहरू ने जम्मू-कश्मीर के एससी, ओबीसी और एसटी को उनके अधिकारों से वंचित रखा था।
उन्होंने लिखा था- ‘मैं किसी भी आरक्षण को पसंद नहीं करता और खासकर नौकरी में आरक्षण तो कतई नहीं। मैं ऐसे किसी भी कदम के खिलाफ हूं, जो अकुशलता को बढ़ावा दे, जो दोयम दर्जे की तरफ ले जाए।’ तभी मैं इन्हें जन्मजात विरोधी कहता हूं। उन्होंने लिखा- ‘नौकरियों में आरक्षण मिला तो सरकारी कामकाज का स्तर गिर जाएगा। अगर उस समय नौकरियों में भर्ती होते तो आज प्रमोशन पाकर यहां होते।’
‘नेहरू जी ने जो कहा, वो कांग्रेस के लिए हमेशा से पत्थर की लकीर होता है। मैं अनगिनत उदाहरण दे सकता हूं और वो मैं जम्मू-कश्मीर का देना चाहूंगा। नेहरू ने कश्मीर के एससी, ओबीसी और एसटी को सात दशकों तक उनके अधिकारों से वंचित रखेगा। हमने आर्टिकल 370 को निरस्त किया, तब जाकर इतने दशकों के बाद एसटी,एससी ओबीसी को वो अधिकार मिले, जिन्हें रोक कर रखा गया था। जम्मू-कश्मीर में फॉरेस्ट राइट एक्ट, प्रिवेंशन ऑफ एट्रोसिटी एक्ट नहीं था, ये हमने 70 हटाकर अधिकार दिए। हमारे एससी समुदाय में भी सबसे पीछे बाल्मिकी समाज रहा, लेकिन हमारे बाल्मिकी परिवारों को जम्मू-कश्मीर में डोमिसाइल का अधिकार नहीं दिया गया। मैं आज देश को भी अवगत करना चाहता हूं कि स्थानीय निकायों में कल 6 फरवरी को विधेयक लोकसभा में बिल पारित हो गया।’
मनमोहन सिंह ने ही उठाए थे सवाल
मैं एक कोट पढ़ता हूं। महंगाई दर बीते दो वर्षों से लगातार बढ़ रही है। करेंट अकाउंट डेफिसिट हमारी उम्मीदों से ज्यादा बढ़ रहा है। यह कोट यूपीए सरकार के कार्यकाल में प्रधानमंत्री रहे मनमोहन सिंह ने कहा था। इनके ही नेता ने यह कहा था। मैं एक और कोट पढ़ता हूं- सरकारी ऑफिसों का दुरुपयोग होता है। यह भी मैंने नहीं कहा था। यह भी मनमोहन सिंह ने कहा था। तब देश में गली गली में आंदोलन चल रहे थे। अब मैं तीसरा कोट पढ़ूंगा। इस संशोधन की कुछ पंक्तियां हैं। टैक्स कलेक्शन में भ्रष्टाचार होता है, इसके लिए जीएसटी लाना चाहिए। राशन में गलती होती है। इसके लिए उपाय करने होंगे। सरकारी ठेके किसे दिए जा रहे हैं, इस पर भी शक होता है। यह भी तत्कालीन पीएम मनमोहन सिंह ने ही कहा था। इससे पहले भी एक प्रधानमंत्री ने कहा था कि सरकार से एक रुपया जाता हो तो सिर्फ 15 पैसे पहुंचते हैं।
आप मेरी आवाज दबा नहीं सकते
‘आज भी आप न सुनने की तैयारी के साथ आए हैं। लेकिन मेरी आवाज को आप दबा नहीं सकेंगे। देश की जनता ने इस आवाज को ताकत दी हुई है। देश की जनता के आशीर्वाद से आवाज निकल रही है। इसलिए इस बार मैं भी पूरी तैयारी से आया हूं। मैंने सोचा था उस वक्त कि अगर आप जैसे व्यक्ति सदन में आए हैं, तो मर्यादाओं का पालन करेंगे। लेकिन तब आपने क्या जुर्म किया था उस वक्त।’
पीएम मोदी ने कहा कि अब अगर खरगे जी अपना आशीर्वाद वापस लेना चाहते हैं तो ले लें। पीएम मोदी ने खरगे पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि उस दिन के भाषण के दौरान खरगे जी के दो कमांडर नहीं थे। उन्होंने कहा कि विपक्ष मेरी बात को नहीं सुनना चाहते हैं लेकिन देश की जनता ने मुझे ये ताकत दी है।
कांग्रेस पार्टी सोच से भी आउटडेटेड हो गई है
‘मैंने सुना है लोकतंत्र में आपका कहने का अधिकार है और हमारी सुनने की जिम्मेदारी है। आज जो भी बातें हुई हैं, उसे मुझे देश के सामने रखना चाहिए। जब मैं सुनता हूं तब मेरा विश्वास पक्का हो गया कि यह पार्टी (कांग्रेस) सोच से भी आउटडेटेड हो गई है। जब सोच आउटडेटेड हो गई है, तो उनका काम भी आउटडेटेड हो गया है। देखते ही देखते इतने दशकों तक देश पर राज करने वाला दल, इतना बड़ा दल, उसका यह हाल हो गया। हमें खुशी नहीं हो रही, हमें संवेदना है। लेकिन डॉक्टर क्या करेगा, जब मरीज ऐसा हो तो। ये बात सही है कि आज बहुत बड़ी बातें होती हैं, सुनने की ताकत भी खो चुके हैं। लेकिन मैं तो देश के सामने बात रखने के लिए जरूर कहूंगा।
जिस कांग्रेस ने सत्ता के लालच में सरेआम लोकतंत्र का गला घोंट दिया था। जिस कांग्रेस ने दर्जनों बार लोकातांत्रिक तरीकों से चुनकर आई सरकारों को रातों रात भंग कर दिया। बर्खास्त कर दिया। जिस कांग्रेस ने देश के संविधान-लोकतंत्र की मर्यादाओं को जेल के पीछे बंद कर दिया था। जिस कांग्रेस ने अखबारों पर ताले लगाने की कोशिश की। जिस कांग्रेस ने देश को तोड़ने का नया नैरेटिव गढ़ने का काम किया है। जो उत्तर-दक्षिण को तोड़ने की बात कह रही है। वह हमें फेडरलिज्म पर प्रवचन दे रही है।’