कोलकाता: आरजी कर मेडिकल कॉलेज में हुई महिला डॉक्टर की हत्या के मामले में सीबीआई की जांच में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। सीबीआई ने अपनी जांच में पाया है कि शुरुआती जांच रिपोर्ट में कई गंभीर खामियां हैं।
जांच रिपोर्ट में क्या खामियां मिलीं?
- मजिस्ट्रेट की रिपोर्ट में कम समय: सीबीआई ने पाया कि मजिस्ट्रेट को पीड़िता के शव की जांच के लिए केवल 20 मिनट का समय दिया गया था, जो कि इस तरह के गंभीर मामले के लिए बहुत कम है।
- जल्दबाजी में तैयार की गई जांच रिपोर्ट: जांच अधिकारियों का मानना है कि जांच रिपोर्ट को जल्दबाजी में तैयार किया गया था।
- पोस्टमार्टम प्रक्रिया में कम समय: पोस्टमार्टम प्रक्रिया केवल 70 मिनट में पूरी की गई, जिससे जांच में अनियमितताओं की आशंका है।
- शरीर पर लगे घावों का विस्तृत विवरण नहीं: जांच रिपोर्ट में पीड़िता के शरीर पर लगे घावों के बारे में विस्तृत जानकारी नहीं दी गई है।
- पोस्टमार्टम रिपोर्ट और जब्ती सूची में विरोधाभास: सीबीआई ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट और शहर पुलिस की जब्ती सूची में बड़े विरोधाभास पाए हैं।
क्या है पूरा मामला?
9 अगस्त को आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के सेमिनार हॉल में एक महिला डॉक्टर मृत पाई गई थीं। इस मामले में अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। सीबीआई ने इस मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर संभाली थी।
सीबीआई की जांच
सीबीआई की जांच से यह स्पष्ट होता है कि शुरुआती जांच में कई अनियमितताएं हुई हैं। यह भी संकेत मिलता है कि मामले को दबाने की कोशिश की गई थी। सीबीआई की इस जांच से इस मामले में नए सिरे से जांच की मांग उठ रही है।