पोरबंदर, गुजरात: गुजरात के पोरबंदर एयरपोर्ट पर एक बड़ा हादसा हुआ है। तटरक्षक बल (Coast Guard) का एक हेलीकॉप्टर उड़ान भरने के कुछ समय बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस दर्दनाक हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि कई अन्य घायल हो गए हैं। हादसे के बाद से पोरबंदर में अफरा-तफरी का माहौल है, और राहत-बचाव कार्य तेजी से चलाया जा रहा है। घायल व्यक्तियों को इलाज के लिए भावसिंहजी सिविल अस्पताल पहुंचाया गया है।
यह हादसा दो महीने के भीतर तटरक्षक बल का दूसरा बड़ा हेलीकॉप्टर क्रैश है, जब इसी हेलीकॉप्टर का एक अन्य वर्शन समुद्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था।
हेलीकॉप्टर की तकनीकी खराबी के कारण हुआ हादसा
शुरुआती जानकारी के मुताबिक, पोरबंदर एयरपोर्ट पर तटरक्षक बल के हेलीकॉप्टर ने उड़ान भरी थी, लेकिन उड़ान के दौरान तकनीकी खराबी के कारण वह दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हादसे के समय हेलीकॉप्टर में दो पायलट और तीन अन्य क्रू सदस्य सवार थे। हादसे के बाद से तीन क्रू सदस्य गंभीर रूप से घायल हो गए और अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
घटना का समय और घटनास्थल
पोरबंदर के पुलिस अधीक्षक भागीरथसिंह जाडेजा ने बताया कि यह हादसा दोपहर करीब 12:10 बजे हुआ था। हेलीकॉप्टर के क्रैश होने के बाद तीनों चालक दल के सदस्य गंभीर रूप से जले हुए थे और उन्हें तुरंत पोरबंदर के अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालांकि, अस्पताल में उनका इलाज करने से पहले ही उनकी मौत हो गई।
पोरबंदर में बढ़ा तनाव
पोरबंदर में हुई इस घटना के बाद पूरे इलाके में तनाव फैल गया है। हादसे के बाद पुलिस और तटरक्षक बल के अधिकारी मौके पर पहुंचे और राहत-बचाव कार्य शुरू किया। अस्पताल में घायलों का इलाज किया जा रहा है और शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। हादसे के कारणों की जांच शुरू कर दी गई है, लेकिन कोस्टगार्ड की ओर से अभी तक इस मामले पर कोई औपचारिक बयान जारी नहीं किया गया है।
ALH-ध्रुव हेलीकॉप्टर की विशेषताएँ
यह हेलीकॉप्टर, जो क्रैश हुआ है, ALH-ध्रुव हेलीकॉप्टर था। ALH-ध्रुव हेलीकॉप्टर भारतीय तटरक्षक बल की एक प्रमुख और अत्याधुनिक हेलीकॉप्टर है। इसकी खासियत यह है कि इसे किसी भी मौसम में उपयोग किया जा सकता है, और यह उच्चतम गुणवत्ता के इंजन के साथ आता है। इस हेलीकॉप्टर में शक्ति इंजन लगा हुआ है, जो परिचालन और अतिरिक्त पेलोड क्षमता को सुनिश्चित करता है। यह पहाड़ी और दुर्गम क्षेत्रों में भी कार्य करने के लिए सक्षम है, और राहत-बचाव कार्यों के लिए विशेष रूप से डिजाइन किया गया है।
कोस्टगार्ड हेलीकॉप्टर हादसे में हो चुकी है मौतें
यह हादसा दो महीने के भीतर तटरक्षक बल का दूसरा बड़ा हेलीकॉप्टर क्रैश है। इससे पहले भी तटरक्षक बल के एक हेलीकॉप्टर ने समुद्र में दुर्घटनाग्रस्त होकर जानमाल का नुकसान किया था। वहीं, पोरबंदर में हुए इस हादसे ने एक बार फिर तटरक्षक बल की सुरक्षा और टेक्निकल खामियों को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं।
पोरबंदर एयरपोर्ट पर तटरक्षक बल का हेलीकॉप्टर दुर्घटना एक भयावह हादसा है। इस हादसे में तीन लोगों की जान गई, और कई अन्य घायल हुए। दुर्घटना के कारणों की जांच जारी है, लेकिन फिलहाल कोई स्पष्ट कारण सामने नहीं आया है। साथ ही, हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद से पोरबंदर में तनाव का माहौल है। प्रशासन ने मौके पर राहत कार्य शुरू कर दिया है, और घायलों को चिकित्सा सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं।