नई दिल्ली/लखनऊ/रायपुर। दिल्ली-एनसीआर सहित उत्तर भारत में शुक्रवार सुबह अचानक बदले मौसम ने भीषण तबाही मचाई। तेज आंधी और मूसलाधार बारिश के साथ बिजली गिरने की घटनाओं में अब तक 12 लोगों की जान चली गई है।
दिल्ली में द्वारका जिले के खड़खड़ी नहर गांव में सबसे दर्दनाक हादसा हुआ। सुबह आई तेज आंधी के कारण एक ट्यूबवेल के कमरे पर नीम का भारी पेड़ गिर गया। पेड़ गिरने से कमरे की छत ढह गई और मलबे में दबकर एक 26 वर्षीय महिला, ज्योति, और उसके तीन मासूम बच्चों की मौके पर ही मौत हो गई। इस हादसे में महिला का पति अजय गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह दुखद घटना उस समय हुई जब परिवार खेत पर बने कमरे में ठहरा हुआ था।
दिल्ली पुलिस के अनुसार, सुबह 5:26 बजे एक पीसीआर कॉल के माध्यम से जाफरपुर कलां के पास छत गिरने की सूचना मिली। फायर ब्रिगेड और राहत दल तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे और मलबे में दबे लोगों को निकालकर पास के आरटीआर अस्पताल ले गए। अस्पताल में डॉक्टरों ने ज्योति और उसके तीन बच्चों को मृत घोषित कर दिया, जबकि अजय की हालत नाजुक बनी हुई है।
दिल्ली के अलावा, उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी खराब मौसम ने कहर बरपाया है। उत्तर प्रदेश के बस्ती और गोरखपुर जिलों में आकाशीय बिजली गिरने से 4 लोगों की मौत की खबर है। वहीं, छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव, कांकेर और महासमुंद जिलों से भी बिजली गिरने से कई लोगों की जान गंवाने की सूचना मिली है।
मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है, जिसमें लोगों से खराब मौसम के दौरान सुरक्षित स्थानों पर रहने की अपील की गई है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि उत्तर भारत में इस समय वेस्टर्न डिस्टर्बेंस और बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी के कारण तेज हवाएं, बिजली कड़कने और भारी बारिश की घटनाएं हो रही हैं, और यह स्थिति अगले कुछ दिनों तक बनी रह सकती है।