दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान जल्द होने वाला है। सूत्रों के मुताबिक, चुनाव आयोग 7 या 8 जनवरी को तारीखों का ऐलान कर सकता है। सभी राजनीतिक पार्टियां चुनावी रण में कूदने के लिए तैयार हैं, और इस बीच, दिल्ली में सत्ताधारी आम आदमी पार्टी (AAP), कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (BJP) अपनी चुनावी रणनीतियों पर काम कर रही हैं।
आम आदमी पार्टी (AAP) ने जारी की अपनी उम्मीदवारों की सूची
आम आदमी पार्टी (AAP) ने चुनावों के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा पहले ही कर दी है। पार्टी ने सभी 70 सीटों पर अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है और अब वे चौथी बार दिल्ली की सत्ता पर काबिज होने की तैयारी में हैं। पार्टी का दावा है कि दिल्ली की जनता उनके काम से संतुष्ट है और इस बार फिर से उन्हें जीत मिलेगी।
कांग्रेस ने दो सूची जारी की
कांग्रेस ने भी अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं और अब तक दो लिस्ट जारी कर चुकी है। इन लिस्टों में कुछ उम्मीदवारों का ऐलान किया गया है, हालांकि पार्टी ने अभी तक सभी सीटों पर उम्मीदवार नहीं उतारे हैं। कांग्रेस का उद्देश्य दिल्ली में अपनी खोई हुई सियासी जमीन को वापस पाना है और इस बार वे आम आदमी पार्टी का ग्राफ गिरने का फायदा उठाना चाहते हैं।
बीजेपी का दांव
भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने अभी तक दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है। हालांकि, सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा विधानसभा का चुनाव नहीं लड़ेंगे। उन्होंने पार्टी आलाकमान से कहा है कि वह 70 सीटों पर उम्मीदवारों की जीत सुनिश्चित करने के लिए पूरी ताकत से काम करेंगे। उनकी इस सलाह को आलाकमान ने स्वीकार किया है। इस फैसले के बाद वीरेंद्र सचदेवा ने गृह मंत्री अमित शाह से भी मुलाकात की थी।
चुनावी जंग में कांग्रेस, AAP और BJP की रणनीतियां
दिल्ली विधानसभा चुनाव का ऐलान होने से पहले राजनीतिक दल अपनी रणनीतियों को अंतिम रूप देने में जुटे हैं। आम आदमी पार्टी चौथी बार सत्ता में आने का लक्ष्य लेकर चल रही है, जबकि बीजेपी 27 साल से दिल्ली की सत्ता पर काबिज होने का सपना देख रही है। कांग्रेस को उम्मीद है कि अगर आम आदमी पार्टी का ग्राफ गिरा, तो उसे इसका फायदा मिल सकता है।
इस बार कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी और अपने बीच गठबंधन की संभावनाओं को खारिज कर दिया है। पहले यह चर्चा थी कि दोनों पार्टियां मिलकर चुनाव लड़ेगी, लेकिन अब कांग्रेस ने अकेले चुनाव लड़ने का फैसला लिया है।
आगामी चुनावी मौसम
दिल्ली विधानसभा चुनावों के लिए तारीखों का ऐलान जल्द होने वाला है, और अब सभी पार्टियां अपने-अपने उम्मीदवारों के साथ जनता के बीच पहुंचने की तैयारी कर रही हैं। दिल्ली के इस चुनावी मुकाबले में कांग्रेस की ओर से सत्ता में वापसी की उम्मीद है, जबकि AAP और BJP के बीच तीव्र मुकाबला होने की संभावना है।