अगर आप EPFO (कर्मचारी भविष्य निधि संगठन) से पेंशन पाते हैं या आपके परिवार में कोई पेंशनभोगी है, तो यह खबर आपके लिए बेहद ज़रूरी है। EPFO ने 2025 में कुछ सख्त और अहम नियम लागू कर दिए हैं, जिनका पालन करना अब हर पेंशनर के लिए अनिवार्य हो गया है। यदि आपने समय पर ज़रूरी फॉर्म और जीवन प्रमाण पत्र (Life Certificate) जमा नहीं किया, तो आपकी पेंशन रोकी जा सकती है।
क्या है नया नियम?
EPFO ने साफ कर दिया है कि अब हर पेंशन पाने वाले व्यक्ति को तय समय में फॉर्म भरना और साल में एक बार जीवन प्रमाण पत्र जमा करना अनिवार्य होगा। यदि कोई पेंशनर ऐसा नहीं करता है, तो उसकी पेंशन तुरंत रोक दी जाएगी।
इस नए नियम का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि केवल वास्तविक और योग्य लोगों को ही पेंशन मिले। अतीत में ऐसे कई मामले सामने आए थे जहाँ व्यक्तियों की मृत्यु के बाद भी उनके नाम पर पेंशन जारी रहती थी। यह बदलाव ऐसी धोखाधड़ी को रोकने और सरकारी फंड का सही उपयोग सुनिश्चित करने के लिए किया गया है।
जीवन प्रमाण पत्र जमा करना क्यों ज़रूरी है?
EPFO के अनुसार, हर पेंशनर को हर साल नवंबर महीने तक अपना जीवन प्रमाण पत्र देना अनिवार्य है। यह दस्तावेज़ इस बात का प्रमाण है कि पेंशनर जीवित है और पेंशन पाने का हकदार है।
आप यह प्रमाण पत्र निम्न तरीकों से जमा कर सकते हैं:
- बैंक या डाकघर जाकर बायोमेट्रिक सत्यापन कराएं।
- CSC (कॉमन सर्विस सेंटर) पर जाकर जमा करें।
- उमंग ऐप (Umang App) या जीवन प्रमाण पोर्टल (Jeevan Pramaan Portal) के ज़रिए घर बैठे ऑनलाइन अपलोड करें।
- विदेश में रहने वाले पेंशनभोगी भारतीय दूतावास के ज़रिए अपना प्रमाण पत्र भेज सकते हैं।
समय पर दस्तावेज़ जमा नहीं करने पर क्या होगा?
EPFO ने सभी क्षेत्रीय कार्यालयों को निर्देश दिए हैं कि यदि कोई पेंशनर तय समय पर अपने दस्तावेज़ जमा नहीं करता है, तो उसकी पेंशन रोक दी जाए। ऐसे लोगों की सूची तैयार की जाएगी, और जब तक उनका पूरा सत्यापन नहीं हो जाता, तब तक उन्हें पेंशन का भुगतान नहीं किया जाएगा।
इसलिए, यह बेहद ज़रूरी है कि आप हर साल नवंबर से पहले अपना लाइफ सर्टिफिकेट ज़रूर जमा करें।
डिजिटल सुविधाएं और तकनीकी मदद
EPFO ने पेंशनरों की सुविधा के लिए कई डिजिटल उपाय भी किए हैं, जिससे अब आपको लंबी लाइनों में खड़े होने की ज़रूरत नहीं है। आप घर बैठे ये काम कर सकते हैं:
- उमंग ऐप डाउनलोड करके।
- EPFO वेबसाइट से लॉगिन करके।
- फेशियल ऑथेंटिकेशन (Facial Authentication) तकनीक का उपयोग करके: इस तकनीक में आपका चेहरा कैमरे के सामने दिखाकर पहचान की जाती है और आपका जीवन प्रमाण पत्र जमा हो जाता है।
यदि किसी बुजुर्ग या पेंशनर को फॉर्म भरने या डिजिटल प्रक्रिया में कोई परेशानी हो रही है, तो EPFO ने हेल्पलाइन और ईमेल सहायता भी शुरू की है। इसके अतिरिक्त, आप EPFO की किसी भी नज़दीकी शाखा में जाकर मदद ले सकते हैं। स्टाफ को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि बुजुर्गों को प्राथमिकता दी जाए और उन्हें कोई असुविधा न हो।
ये बदलाव क्यों किए गए हैं?
इन नए नियमों का मुख्य उद्देश्य है:
- धोखाधड़ी को रोकना।
- यह सुनिश्चित करना कि केवल सही और जीवित व्यक्ति को ही पेंशन मिले।
- सरकारी फंड का सही उपयोग हो।
- डिजिटल सुविधाओं से बुजुर्गों को राहत मिले।
EPFO का कहना है कि ये बदलाव पेंशन प्रणाली में पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ाने के लिए आवश्यक हैं।
पेंशनरों के लिए ज़रूरी बातें:
- हर साल नवंबर तक जीवन प्रमाण पत्र देना अनिवार्य है।
- आप बैंक, डाकघर, CSC, उमंग ऐप या EPFO पोर्टल से यह काम कर सकते हैं।
- समय पर फॉर्म और दस्तावेज़ जमा नहीं करने पर पेंशन रोकी जा सकती है।
- विदेश में रहने वाले भी भारतीय दूतावास से यह प्रमाण पत्र भेज सकते हैं।
- EPFO ने फेशियल ऑथेंटिकेशन जैसी तकनीकें भी शुरू की हैं ताकि प्रक्रिया आसान हो।
- हेल्पलाइन, ईमेल और शाखा से मदद लेना भी अब आसान है।
EPFO का यह कदम बुजुर्गों के हित में है और पूरी पेंशन प्रणाली को पारदर्शी और सुरक्षित बनाता है। यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि आप समय पर सभी दस्तावेज़ और जीवन प्रमाण पत्र जमा करें, ताकि आपकी पेंशन बिना किसी रुकावट के मिलती रहे।
यदि आप या आपके किसी जानने वाले को EPFO पेंशन मिलती है, तो उन्हें यह जानकारी ज़रूर दें। डिजिटल तरीके अपनाकर आप आसानी से यह काम घर बैठे कर सकते हैं।
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