हल्द्वानी: उत्तराखंड के हल्द्वानी में गुरुवार को धार्मिक स्थल पर बुलडोजर चलाने को लेकर बवाल हो गया। स्थानीय लोगों ने पुलिस पर पथराव किया, जिसमें 50 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोल छोड़े।
यह घटना बनभूलपुरा क्षेत्र में हुई, जहां नगर निगम और पुलिस की टीम मलिक के बगीचे में अवैध रूप से कब्जा कर बनाए गए नमाज स्थल और मस्जिद को तोड़ने गई थी। स्थानीय लोगों ने इस कार्रवाई का विरोध किया और पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया।
पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोल छोड़े। इस दौरान कुछ लोगों ने पुलिस की गाड़ियों और सरकारी संपत्ति को भी नुकसान पहुंचाया।
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घटना के बाद इलाके में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और उपद्रवियों की धरपकड़ के लिए छापेमारी कर रही है।
हल्द्वानी नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने मस्जिद और मदरसे के संचालकों को नोटिस भेजा था, नोटिस भेजने के बाद भी उन्होंने मस्जिद और मदरसे से संबंधित कोई दस्तावेज नहीं दिखाए, जिसके बाद ये कार्रवाई की गई है।
हल्द्वानी में धार्मिक स्थल पर बुलडोजर चलाने की घटना को लेकर राजनीतिक बवाल भी मच गया है। विपक्षी दलों ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार ने अल्पसंख्यक समुदाय के साथ अन्याय किया है।