नारी के सम्मान पर जोर
प्रधानमंत्री ने इस दौरान कहा, “हमारे शास्त्रों में नारी को नारायणी कहा गया है। नारी का सम्मान समाज और देश के विकास की पहली सीढ़ी होती है। इसलिए विकसित भारत बनाने के लिए, भारत के तेज विकास के लिए आज भारत ‘वीमेन लैंड डेवलपमेंट’ की राह पर चल चुका है।”
महिलाओं के जीवन में बदलाव
प्रधानमंत्री मोदी ने सरकार के महिला सशक्तिकरण के प्रयासों को रेखांकित करते हुए कहा कि 2014 के बाद से करीब 3 करोड़ महिलाएं घर की मालकिन बन चुकी हैं। उन्होंने जल जीवन मिशन की सफलता का उल्लेख करते हुए कहा कि आज देश के गांव-गांव में पानी पहुंच रहा है और यह एक बड़ा परिवर्तन है।
उन्होंने यह भी कहा, “हमारी सरकार ने महिलाओं के जीवन में सम्मान और सुविधा दोनों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। हमने करोड़ों महिलाओं के लिए शौचालय बनवाकर उनका सम्मान बढ़ाया।” प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी बताया कि महिलाओं के बैंक खाते खुलवाकर उन्हें बैंकिंग व्यवस्था से जोड़ा और उज्ज्वला योजना के तहत गैस सिलेंडर देकर महिलाओं को धुएं से होने वाली समस्याओं से राहत दी।
महिलाओं के अधिकारों का संरक्षण
प्रधानमंत्री मोदी ने तीन तलाक के खिलाफ सख्त कानून बनाने का उल्लेख किया और कहा कि इस कदम से लाखों मुस्लिम महिलाओं का जीवन तबाही से बचा है। उन्होंने जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 के हटने के बाद वहां की महिलाओं को मिले अधिकारों पर भी प्रकाश डाला।
महिलाओं की बढ़ती भागीदारी
प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कि राजनीति, खेल, न्यायपालिका, और पुलिस जैसे क्षेत्रों में महिलाओं की भागीदारी में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। उन्होंने यह बताया कि 2014 के बाद से केंद्रीय सरकार में सबसे ज्यादा महिला मंत्री बनीं और संसद में महिलाओं की संख्या में बढ़ोतरी हुई है।
ग्रामीण भारत और महिला सशक्तिकरण
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “गांधी जी कहते थे कि देश की आत्मा ग्रामीण भारत में बसती है। आज मैं उसमें एक पंक्ति और जोड़ता हूं कि ग्रामीण भारत की आत्मा ग्रामीण नारी के सशक्तिकरण में बसती है। इसलिए हमारी सरकार ने महिलाओं के अधिकारों को, महिलाओं के लिए नए अवसरों को बड़ी प्राथमिकता दी है।”