कोलकाता। कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में महिला डॉक्टर के साथ हुए दुष्कर्म और हत्या के विरोध प्रदर्शनों के बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कड़ा बयान जारी किया है। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि बंगाल में हिंसा जारी रही तो यूपी, बिहार, दिल्ली और असम भी इससे अछूते नहीं रहेंगे। इसके साथ ही, ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा, और दावा किया कि वह उनकी कुर्सी तक हिला सकती हैं।
ममता बनर्जी का धमाकेदार बयान
कोलकाता में तृणमूल छात्र परिषद के स्थापना दिवस पर आयोजित रैली में ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम लेकर आरोप लगाया कि कुछ लोग अपनी राजनीतिक दल का इस्तेमाल कर बंगाल को अशांत करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “याद रखिए, यदि आपने बंगाल को जलाया, तो असम, उत्तर-पूर्वी भारत, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, ओडिशा और दिल्ली भी जलेंगे। हम आपकी कुर्सी हिला देंगे।”
बांग्लादेश की तुलना पर ममता की आपत्ति
ममता बनर्जी ने बांग्लादेश में चल रही हिंसा का हवाला देते हुए कहा कि कुछ लोग बंगाल की स्थिति को बांग्लादेश के साथ मिला रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि बांग्लादेश एक अलग देश है और भारत अलग है। उन्होंने यह भी कहा कि वह बांग्लादेश की संस्कृति और भाषा को मानती हैं, लेकिन भारत के मामलों में बांग्लादेश की तुलना उचित नहीं है।
दूसरे राज्यों के लोगों को चेतावनी
मुख्यमंत्री ने राज्य में अन्य राज्यों के लोगों को भी संदेश दिया कि वे बंगाल को अपना समझें। उन्होंने कहा कि यदि कोई भाजपा के साथ मिलकर उपद्रव करता है, तो याद रखें कि किसी और को भी उस पर प्रतिक्रिया देने का अधिकार हो सकता है।
असम मुख्यमंत्री का जवाब
ममता के धमकी भरे बयान पर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, “दीदी, असम को धमकाने की हिम्मत कैसे हुई? हमें लाल आंखें मत दिखाइए। अपनी राजनीतिक विफलताओं को भारतीय राज्यों में आग लगाने का बहाना मत बनाइए। आपके विभाजनकारी भाषण शोभनीय नहीं हैं।”
भाजपा अध्यक्ष का प्रतिक्रिया
बंगाल भाजपा अध्यक्ष और केंद्रीय राज्यमंत्री सुकांत मजूमदार ने ममता के बयान पर गृह मंत्री अमित शाह को चिट्ठी लिखकर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि यह बयान किसी संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति द्वारा नहीं दिया जा सकता। यह बयान लोगों को धमकाने, हिंसा भड़काने और नफरत फैलाने की कोशिश है। मजूमदार ने ममता से इस्तीफे की मांग की है और कहा कि वे इंतजार कर रहे हैं कि गृह मंत्री इस मुद्दे पर निर्णायक कार्रवाई करें।