नई दिल्ली: पाकिस्तान, अपनी खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) के एजेंटों को बांग्लादेश भेजने में सक्रिय हो गया है, जिससे भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा तंत्र में चिंता का माहौल है। हाल के घटनाक्रमों को लेकर भारत ने अलर्ट जारी किया है और कहा है कि वह बारीकी से इन गतिविधियों पर नजर रखे हुए है और आवश्यकता पड़ने पर ‘उचित कदम’ उठाएगा।
पाकिस्तानी सैन्य अधिकारियों और ISI का बांग्लादेश दौरा
यह खबर पाकिस्तान के मेजर जनरल शाहिद आमिर अफसर की अगुवाई में ISI के एक उच्चस्तरीय डेलिगेशन के बांग्लादेश दौरे के बाद आई है। यह दौरा बांग्लादेश के वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों द्वारा पाकिस्तान यात्रा के कुछ समय बाद हुआ था, जिसमें तीनों सेनाओं के प्रमुखों से मुलाकात की गई थी। इन घटनाओं को भारत ने गंभीरता से लिया है और सुरक्षा तंत्र ने पूरी सतर्कता के साथ निगरानी बढ़ा दी है।
बांग्लादेश और पाकिस्तान के रिश्तों में बदलाव
बांग्लादेश के राजनीतिक हालात, खासकर पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के पद से हटाए जाने के बाद देश में मची उथल-पुथल के बीच, मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली बांग्लादेश सरकार ने पाकिस्तान के साथ अपने रिश्तों को प्रगाढ़ किया है। इससे भारत में खतरे की घंटी बज गई है, क्योंकि पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच बढ़ती करीबी रिश्तों का सीधा असर क्षेत्रीय सुरक्षा पर पड़ सकता है।
बांग्लादेश का वीजा नीति पर फैसला चिंता का विषय
भारत के लिए चिंता का एक और कारण यह है कि बांग्लादेश ने पाकिस्तान के नागरिकों को बिना सुरक्षा मंजूरी के वीजा देने का फैसला किया है। यह कदम पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI और जमात-ए-इस्लामी जैसी संस्थाओं की गतिविधियों में बढ़ोतरी को बढ़ावा दे सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की गतिविधियों से भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है।
भारत की प्रतिक्रिया और निगरानी
भारत ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वह बारीकी से इन घटनाक्रमों पर नजर रखे हुए है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने एक मीडिया ब्रीफिंग में कहा, “हम देश और क्षेत्र में सभी गतिविधियों पर नजर रखते हैं और राष्ट्रीय सुरक्षा को प्रभावित करने वाली सभी गतिविधियों पर भी निगरानी रखते हैं। सरकार उचित कदम उठाएगी।” इस बयान से यह स्पष्ट है कि भारत अपनी सुरक्षा को लेकर पूरी तरह से सतर्क है और किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए तैयार है।
सुरक्षा तंत्र की चौकस नजर
भारत के सुरक्षा तंत्र ने पाकिस्तान के बढ़ते प्रभाव को लेकर अपनी निगरानी बढ़ा दी है। बांग्लादेश में ISI के एजेंटों की गतिविधियों को लेकर बढ़ती चिंताओं के बीच, भारतीय खुफिया एजेंसियों ने सीमा पर सतर्कता बढ़ा दी है। भारत के लिए यह एक महत्वपूर्ण समय है, क्योंकि बांग्लादेश के आंतरिक बदलाव और पाकिस्तान के साथ बढ़ती नजदीकी, क्षेत्रीय सुरक्षा के लिहाज से एक बड़ा खतरा बन सकती है।