ऑपरेशन सिंदूर: पहलगाम हमले का करारा जवाब, भारतीय सेना ने PoK में ध्वस्त किए 9 आतंकी ठिकाने
नई दिल्ली, भारतीय सेना ने जम्मू और कश्मीर के पहलगाम में हुए कायराना आतंकी हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया है। सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) स्थित मुजफ्फराबाद में एक साहसिक कार्रवाई करते हुए आतंकवादियों के नौ ठिकानों को सफलतापूर्वक ध्वस्त कर दिया है। इस ऑपरेशन को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया गया है, जो आतंकवाद के खिलाफ भारत के दृढ़ संकल्प को दर्शाता है।
रक्षा मंत्रालय ने आज एक आधिकारिक बयान जारी कर इस महत्वपूर्ण सैन्य कार्रवाई की पुष्टि की। बयान में कहा गया कि भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू और कश्मीर में सक्रिय आतंकवादी बुनियादी ढांचे को निशाना बनाया है। इन ठिकानों का इस्तेमाल भारत के खिलाफ आतंकवादी हमलों की साजिश रचने और उन्हें अंजाम देने के लिए किया जा रहा था। मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि इस ऑपरेशन में कुल नौ (9) आतंकी ठिकानों को सटीकता से निशाना बनाया गया और उन्हें नष्ट कर दिया गया।
रक्षा मंत्रालय ने इस कार्रवाई की प्रकृति पर जोर देते हुए कहा, “हमारी कार्रवाई पूरी तरह से केंद्रित, सधी हुई और उकसाने से बचने वाली रही। इस ऑपरेशन में किसी भी पाकिस्तानी सैन्य ठिकाने को निशाना नहीं बनाया गया है। भारत ने ठिकानों के चयन और उन्हें तबाह करने के तरीके में अत्यधिक संयम और जिम्मेदारी का परिचय दिया है।”
यह कठोर कदम हाल ही में पहलगाम में हुए जघन्य आतंकवादी हमले की प्रतिक्रिया के रूप में उठाया गया है। 22 अप्रैल को हुए उस बर्बर हमले में 25 निर्दोष भारतीय नागरिकों और एक नेपाली नागरिक की जान चली गई थी। रक्षा मंत्रालय ने अपने बयान में स्पष्ट रूप से कहा, “हम अपनी इस प्रतिबद्धता पर दृढ़ हैं कि इस हमले के लिए जिम्मेदार लोगों को हर हाल में जवाबदेह ठहराया जाएगा। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।” मंत्रालय ने यह भी जानकारी दी कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के संबंध में विस्तृत जानकारी उचित समय पर साझा की जाएगी।
गौरतलब है कि पहलगाम में हुए इस नृशंस हमले की जिम्मेदारी शुरू में प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के मुखौटा संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने ली थी। हालांकि, बाद में पाकिस्तानी सेना और खुफिया एजेंसी आईएसआई के दबाव के कारण संगठन अपने दावे से मुकर गया था। इस हमले में 26 पर्यटकों की निर्मम हत्या ने पूरे देश को स्तब्ध कर दिया था।
पहलगाम हमले के बाद से ही भारतीय सुरक्षा बलों ने जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों के खिलाफ अपने अभियानों को और तेज कर दिया था। वहीं, जम्मू-कश्मीर सरकार ने सुरक्षा कारणों से 48 पर्यटक स्थलों को अस्थायी रूप से बंद करने का भी निर्णय लिया था।
इस आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़े कदम उठाए हैं। भारत ने सिंधु जल संधि को निलंबित करने और सभी प्रकार के वीजा तत्काल प्रभाव से रद्द करने का फैसला लिया था। इसके अतिरिक्त, नई दिल्ली स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग में कर्मचारियों की संख्या को भी कम करने के निर्देश जारी किए गए थे।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ भारतीय सेना का एक स्पष्ट और मजबूत संदेश है कि भारत अपनी संप्रभुता और नागरिकों की सुरक्षा के साथ किसी भी प्रकार का समझौता नहीं करेगा और सीमा पार से होने वाली आतंकवादी गतिविधियों का करारा जवाब देगा। इस सफल ऑपरेशन ने न केवल पहलगाम हमले में शहीद हुए लोगों के परिवारों को कुछ हद तक राहत पहुंचाई होगी, बल्कि आतंकवादियों और उनके संरक्षकों को भी यह स्पष्ट संकेत दिया होगा कि उनके नापाक मंसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे।