छत्रपति संभाजीनगर। भारतीय सूचना सेवा अधिकारी संतोष अजमेरा को 20वें अंतर्राष्ट्रीय चुनावी मामलों के संगोष्ठी और पुरस्कार समारोह में नागरिक सहभागिता के लिए अंतर्राष्ट्रीय चुनावी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इस सम्मान से उन्होंने अपने शहर छत्रपति संभाजीनगर का मस्तक गर्व से ऊंचा कर दिया है। इस सम्मान समारोह का आयोजन 15-18 दिसंबर को डोमिनिकन गणराज्य में इंटरनेशनल सेंटर फॉर पार्लियामेंट्री स्टडीज (आईसीपीएस) द्वारा किया गया था, जिसमें भारतीय राजदूत ने अजमेरा की ओर से पुरस्कार ग्रहण किया।
संतोष अजमेरा ने भारतीय चुनाव आयोग में अपने कार्यकाल के दौरान साढ़े तीन साल से अधिक समय तक संचालक के रूप में व्यवस्थित मतदाता शिक्षा और चुनावी भागीदारी (एसवीईईपी) कार्यक्रम का नेतृत्व किया। स्वीप कार्यक्रम ने लक्षित मीडिया अभियानों, हितधारक जुड़ाव, साझेदारी और सहयोग के माध्यम से भारत के विविध जनसांख्यिकीय और सांस्कृतिक परिदृश्य में मतदाता जागरूकता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
‘चुनाव का पर्व, देश का गर्व’ का किया नेतृत्व
संसदीय चुनाव 2024 के दौरान, अजमेरा ने ‘चुनाव का पर्व, देश का गर्व’ के बैनर तले एक महत्वाकांक्षी संचार अभियान की देखरेख की। इस पहल ने शहरी मतदाताओं की उदासीनता, पहली बार मतदान करने वालों में जागरूकता की कमी और चुनावों में महिलाओं की भागीदारी में बाधाओं जैसे प्रमुख मुद्दों पर ध्यान केंद्रित कर उनमें सकारात्मक बदलाव लाए। उन्होंने विभिन्न मंत्रालयों/विभागों, कॉरपोरेट घरानों, स्टार्ट-अप्स, मशहूर हस्तियों और संस्थानों के साथ सक्रिय और निरंतर जुड़ाव सुनिश्चित किया, जिससे एक व्यापक 360 डिग्री संचार रणनीति का मार्ग प्रशस्त हुआ। इसमें जमीनी गतिविधियां, जन मीडिया अभियान और सोशल मीडिया जुड़ाव शामिल थे।
अजमेरा ने नागरिकों को चुनावी प्रक्रिया के केंद्र में रखा और उनकी सहभागिता और संतुष्टि को अधिकतम किया। इसके परिणामस्वरूप, उन्हें अंतर्राष्ट्रीय चुनाव पुरस्कार के लिए चुना गया, जिसमें कम मतदान, निराशावाद, अविश्वास, और चुनावी प्रक्रियाओं के साथ कथित वैधता के मुद्दों से निपटने की पहल भी शामिल थी।
कुशल अधिकारी और खेल प्रेमी
एक कुशल और ईमानदार अधिकारी के रूप में अपनी पहचान के अलावा, संतोष अजमेरा एक अच्छे बैडमिंटन खिलाड़ी, लेखक, स्तंभकार और खेल प्रेमी भी हैं। इससे पहले, उन्हें डिजिटल स्पेस क्षेत्र में उनके काम के लिए भारत सरकार द्वारा वेबरत्न प्लेटिनम पुरस्कार 2014 से भी सम्मानित किया गया था।
पुरस्कार टीम को किया समर्पित
अग्र भारत से बातचीत में अजमेरा ने कहा, “यह अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार पूरी चुनाव मशीनरी की कड़ी मेहनत और समर्पण को मान्यता है, जिन्होंने भारतीय चुनावों के सुचारू संचालन के लिए अथक परिश्रम किया। यह पुरस्कार टीम के सभी सदस्यों और अपने वरिष्ठ अधिकारियों को समर्पित है, जिन्होंने समय-समय पर मेरा मार्गदर्शन किया।”
आईसीपीएस (यूके) एक स्वतंत्र, गैर-लाभकारी संगठन है, जो चुनावी प्रणालियों, प्रथाओं और परिणामों को बेहतर बनाने में उत्कृष्ट योगदान देने पर वार्षिक पुरस्कारों से सम्मानित करता है। यह संस्था विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त है और दुनिया भर की संसदों, सरकारों और नागरिक समाज संगठनों के साथ काम करती है।