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जगुआर प्लेन क्रैश, हजारों जिंदगियां बचा खुद हुए शहीद, 10 दिन पहले हुई थी सगाई

Gaurangini Chaudhary
Gaurangini Chaudhary - Content writer
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जगुआर प्लेन क्रैश, हजारों जिंदगियां बचा खुद हुए शहीद, 10 दिन पहले हुई थी सगाई

रेवाड़ी: गुजरात के जामनगर में भारतीय वायुसेना के जगुआर लड़ाकू विमान के क्रैश होने से रेवाड़ी के रहने वाले फ्लाइट लेफ्टिनेंट सिद्धार्थ यादव शहीद हो गए। यह घटना 2 अप्रैल की रात हुई, जब सिद्धार्थ अपनी रूटीन सॉर्टी पर थे। 28 वर्षीय सिद्धार्थ यादव ने 23 मार्च को ही सगाई की थी और वह अपने परिवार के इकलौते बेटे थे। शहीद सिद्धार्थ की असामयिक मौत ने उनके परिवार और पूरे रेवाड़ी जिले को गहरे शोक में डाल दिया है।

विमान क्रैश के बाद दिखाया अद्वितीय साहस

जानकारी के अनुसार, फ्लाइट लेफ्टिनेंट सिद्धार्थ यादव 2 अप्रैल को जगुआर विमान लेकर रूटीन सॉर्टी पर निकले थे। विमान में तकनीकी खराबी आई और प्लेन की सुरक्षित लैंडिंग की तमाम कोशिशों के बावजूद यह तय हो गया कि विमान क्रैश होगा। सिद्धार्थ ने अपनी जान की परवाह किए बिना साथी पायलट को विमान से बाहर निकाला और विमान को घनी आबादी से दूर एक खाली जगह पर गिराने की कोशिश की। वह अपने प्रयासों में सफल नहीं हो पाए और वीरगति को प्राप्त हुए। इस अद्वितीय साहस के कारण सिद्धार्थ यादव की शहादत को पूरे देश ने सलाम किया है।

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पारिवारिक पृष्ठभूमि और सिद्धार्थ की शहादत

सिद्धार्थ यादव की शहादत के साथ उनका परिवार एक समृद्ध सैन्य परंपरा का हिस्सा है। उनके परदादा बंगाल इंजीनियर्स में कार्यरत थे, जो ब्रिटिशर्स के अधीन था। उनके दादा पैरा मिलिट्री फोर्सेस में थे और उनके पिता भी भारतीय एयरफोर्स में सेवा दे चुके हैं। वर्तमान में सिद्धार्थ के पिता सुशील यादव LIC में कार्यरत हैं। सिद्धार्थ ने 2016 में NDA की परीक्षा पास की थी और वायुसेना में बतौर फाइटर पायलट शामिल हुए थे। 3 साल के प्रशिक्षण के बाद उन्होंने वायुसेना में अपनी सेवाएं दी और 2 साल बाद उन्हें फ्लाइट लेफ्टिनेंट के रूप में प्रोमोशन मिला था।

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23 मार्च को हुई सगाई, परिवार की शादी का इंतजार

सिद्धार्थ की सगाई 23 मार्च को हुई थी और उनकी शादी की तारीख 2 नवंबर तय की गई थी। परिवार और सिद्धार्थ के मित्र उनकी शादी का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे, लेकिन 2 अप्रैल की रात उनकी शहादत की खबर ने पूरे परिवार और रेवाड़ी को शोकसंतप्त कर दिया। शहीद सिद्धार्थ यादव के पिता सुशील यादव ने बताया कि 31 मार्च को सिद्धार्थ रेवाड़ी से छुट्टी पूरी कर जामनगर एयरफोर्स स्टेशन पहुंचे थे और अब वह अपने परिवार के साथ शादी की खुशी मनाने का सपना देख रहे थे।

सिद्धार्थ का पार्थिव शरीर रेवाड़ी पहुंचेगा

सिद्धार्थ का पार्थिव शरीर 3 अप्रैल को रेवाड़ी के सेक्टर-18 स्थित उनके घर पहुंचने की उम्मीद है, जहां उनका अंतिम संस्कार पूरे सम्मान के साथ उनके पैतृक गांव भालखी-माजरा में किया जाएगा।

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जामनगर में जगुआर विमान क्रैश

गुजरात के जामनगर में बुधवार रात करीब साढ़े 9 बजे एयरफोर्स का जगुआर फाइटर विमान क्रैश हो गया। विमान जामनगर एयरफोर्स स्टेशन से उड़ान भरने के कुछ समय बाद तकनीकी खराबी का सामना करने लगा। हादसे में फ्लाइट लेफ्टिनेंट सिद्धार्थ यादव शहीद हो गए, जबकि उनके साथी पायलट मनोज कुमार सिंह घायल हो गए और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

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