भारतीय राजनीतिज्ञ महुआ मोइत्रा हाल ही में अडानी समूह पर अपनी टिप्पणियों के कारण चर्चा में हैं। उन्होंने अडानी समूह पर सरकार के साथ मिलीभगत करने और अनुचित लाभ प्राप्त करने का आरोप लगाया है।
महुआ मोइत्रा ने कहा है कि अडानी समूह को सरकार द्वारा अनुचित लाभ दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अडानी समूह को कई सरकारी परियोजनाओं के ठेके बिना किसी प्रतिस्पर्धा के दिए गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अडानी समूह को कई बैंकों से भारी ऋण दिया गया है।
महुआ मोइत्रा ने अडानी समूह पर यह भी आरोप लगाया है कि वह सरकार को प्रभावित करने के लिए धन का उपयोग करता है। उन्होंने कहा है कि अडानी समूह ने कई राजनीतिक दलों को चंदा दिया है।
अडानी समूह ने महुआ मोइत्रा के आरोपों का खंडन किया है। अडानी समूह ने कहा है कि वह सभी कानूनों का पालन करता है और किसी भी तरह का गलत काम नहीं करता है।
महुआ मोइत्रा की टिप्पणियों से अडानी समूह और सरकार के बीच संबंधों की जांच की मांग उठने लगी है। कई लोगों का कहना है कि अडानी समूह और सरकार के बीच संबंधों की जांच होनी चाहिए ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या अडानी समूह को सरकार द्वारा अनुचित लाभ दिया जा रहा है।
महुआ मोइत्रा की टिप्पणियों ने भारतीय राजनीति में हलचल पैदा कर दी है। यह देखना होगा कि इन टिप्पणियों का क्या असर होता है और क्या सरकार अडानी समूह और उसके संबंधों की जांच करती है।