बीजेपी सांसद प्रज्ञा ठाकूर आज एनआईए कोर्ट में हुई सुनवाई के दौरान भावुक हो गईं। ठाकूर 2008 के मालेगांव ब्लास्ट केस में आरोपियों में से एक हैं। इस ब्लास्ट में 6 लोगों की मौत हो गई थी और 100 से ज्यादा लोग घायल हुए थे।
ठाकूर ने कोर्ट में कहा कि वह इस मामले में निर्दोष हैं और उन्हें राजनीतिक रूप से प्रेरित आरोपों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि वह इस मामले में न्याय पाने के लिए लड़ती रहेंगी।
मालेगांव ब्लास्ट केस में ठाकूर पर साध्वी प्रज्ञा सिंह के नाम से विस्फोटकों की साजिश रचने और उन्हें उपलब्ध कराने का आरोप है। ठाकूर ने इन आरोपों से इनकार किया है।
ठाकूर की भावुकतापूर्ण प्रतिक्रिया ने उनके समर्थकों में सहानुभूति पैदा कर दी है। कई लोगों ने सोशल मीडिया पर ठाकूर के समर्थन में ट्वीट किए हैं।
हालांकि, कुछ लोगों ने ठाकूर की भावुकतापूर्ण प्रतिक्रिया को कोर्ट में सहानुभूति हासिल करने के लिए एक चाल बताया है। उन्होंने कहा कि ठाकूर को इस मामले में न्याय का सामना करना चाहिए।
मालेगांव ब्लास्ट केस एक संवेदनशील मामला है। इस मामले में किसी भी निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले सभी तथ्यों पर विचार करना आवश्यक है।