नई दिल्ली: ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से बुरी तरह बौखलाए पाकिस्तान ने गुरुवार की रात भारत के सैन्य ठिकानों पर हमला करने की हिमाकत की, जिसे भारतीय सेनाओं ने अपने अचूक रक्षा तंत्र से पूरी तरह विफल कर दिया। पाकिस्तान ने लड़ाकू विमानों, ड्रोन, रॉकेट और मिसाइलों के एक बड़े समूह के साथ रात 8 बजे से 10 बजे के बीच जम्मू, पठानकोट, फिरोजपुर, कपूरथला, जालंधर और जैसलमेर स्थित भारतीय सैन्य ठिकानों और आयुध भंडारों को निशाना बनाने का प्रयास किया। भारत ने त्वरित और प्रभावी जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान के चार लड़ाकू विमानों को मार गिराया। इसके साथ ही, भारतीय वायुसेना के साथ अब नौसेना भी अरब सागर में पूरी तरह से सक्रिय हो गई है।
पाकिस्तान के सात शहरों पर एक साथ हमला
पाकिस्तान के इस दुस्साहस का मुंहतोड़ जवाब देते हुए भारत ने पड़ोसी मुल्क के लाहौर, इस्लामाबाद, पेशावर और सियालकोट समेत सात प्रमुख शहरों पर एक साथ जोरदार हमला बोल दिया। थल सेना और वायुसेना के बाद अब भारतीय नौसेना भी इस जवाबी कार्रवाई में शामिल हो गई है।
नौसेना ने 1971 के बाद खोला मोर्चा, कराची में दागी मिसाइलें, बंदरगाह ध्वस्त
बीती रात भारतीय नौसेना ने पाकिस्तान के कराची पर ताबड़तोड़ हमला कर दिया। अरब सागर में तैनात भारत के शक्तिशाली विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत ने कराची के महत्वपूर्ण बंदरगाह को निशाना बनाया और उसे पूरी तरह से तबाह कर दिया। कोलकाता श्रेणी के विध्वंसक पोतों से भी पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों पर मिसाइलों की बौछार की गई। यह पहली बार है जब भारतीय नौसेना ने 1971 के युद्ध के बाद इस तरह से सीधे तौर पर मोर्चा खोला है।
अखनूर और जैसलमेर में ढेर हुए दो एफ-16 और दो जेएफ-17
‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद आपा खो चुके पाकिस्तान ने जिस रात भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमला करने की कोशिश की, उसे भारतीय सेना ने पूरी तरह नाकाम कर दिया। भारत ने जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के चार आधुनिक लड़ाकू विमानों को मार गिराया। इनमें अमेरिका निर्मित दो एफ-16 और चीन निर्मित दो जेएफ-17 शामिल हैं। जैसलमेर में गिराए गए एफ-16 और अखनूर में मार गिराए गए अन्य विमान के दो पाकिस्तानी पायलटों को भारतीय सुरक्षा बलों ने हिरासत में ले लिया है।
भारतीय सेना के सूत्रों ने बताया कि जम्मू, पठानकोट और उधमपुर में पाकिस्तान के हमलों में कोई भी नुकसान नहीं हुआ है। जवाबी कार्रवाई में भारत ने पाकिस्तान के सियालकोट स्थित सैन्य मुख्यालय को भी निशाना बनाया है। इसके अलावा, लाहौर में पाकिस्तान की हवाई चेतावनी प्रणाली अवाक्स (AWACS) को भी सफलतापूर्वक नष्ट कर दिया गया है। इस महत्वपूर्ण प्रणाली के नष्ट होने से भारतीय वायुसेना के लिए लाहौर और उसके आसपास हवाई हमले करना और भी आसान हो जाएगा।
पाकिस्तान की ओर से हमले की शुरुआत होते ही भारत ने अपनी अचूक वायु रक्षा प्रणाली एस-400 और स्वदेशी आकाश एयर डिफेंस सिस्टम को तुरंत सक्रिय कर दिया था। सूत्रों के अनुसार, इन उन्नत वायु रक्षा प्रणालियों ने पाकिस्तान की आठ मिसाइलों और 30 से अधिक ड्रोनों को हवा में ही मार गिराया। दो ड्रोन जम्मू विश्वविद्यालय के पास गिराए गए, जबकि एक मिसाइल को सांबा सेक्टर में नष्ट किया गया। पठानकोट में भी एक पाकिस्तानी ड्रोन को मार गिराने में सफलता मिली। जैसलमेर के आसमान में भी कई पाकिस्तानी मिसाइलों को भारतीय वायु रक्षा ने निशाना बनाया। पाकिस्तान के हमलों के बाद पूरे जम्मू, श्रीनगर, पठानकोट, जैसलमेर और भुज में ब्लैक आउट कर दिया गया था, ताकि किसी भी संभावित नुकसान को कम किया जा सके। भारतीय सेना और नौसेना की इस करारी प्रतिक्रिया ने पाकिस्तान को स्पष्ट संदेश दे दिया है कि भारत अपनी संप्रभुता और सुरक्षा की रक्षा के लिए हर संभव कदम उठाने को तैयार है।