राजस्थान के जैसलमेर जिले के मोहनगढ़ गांव से पाकिस्तान के लिए जासूसी करने वाले एक पाकिस्तानी जासूस को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी की पहचान 40 वर्षीय पठान खान के रूप में हुई है, जो मूल रूप से जैसलमेर के करमो की ढाणी चांधन का निवासी है। पठान खान पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए भारतीय सेना के संवेदनशील क्षेत्रों की तस्वीरें और वीडियो भेज रहा था। यह गिरफ्तारी भारतीय सुरक्षा एजेंसियों और पुलिस द्वारा की गई, जिन्होंने लंबे समय तक इस जासूस पर नजर रखी थी।
पाकिस्तान के लिए जासूसी का आरोपी पठान खान
पठान खान ने भारतीय सेना के जीरो आरडी मोहनगढ़ स्थित आर्मी क्षेत्र की तस्वीरें और वीडियो खींचकर पाकिस्तान भेजने का काम किया था। उसकी गतिविधियों को कई महीनों से सुरक्षा एजेंसियां ट्रैक कर रही थीं। जांच के दौरान यह सामने आया कि आरोपी के कई रिश्तेदार पाकिस्तान में रहते हैं और वह खुद भी साल 2019 में पाकिस्तान गया था। भारत लौटने के बाद उसने जासूसी करना शुरू किया था।
पाकिस्तान को सूचना भेजने के लिए इस्तेमाल किए गए ऐप्स
पठान खान के कब्जे से उसके मोबाइल फोन को जब्त किया गया, जिसमें कई संदिग्ध ऐप्स पाए गए हैं, जिनके माध्यम से वह पाकिस्तान को भारतीय सेना के संवेदनशील इलाकों की तस्वीरें और वीडियो भेजता था। पुलिस को उम्मीद है कि उसके मोबाइल की गहन जांच से कई अन्य महत्वपूर्ण खुलासे हो सकते हैं। इसके अलावा, फोरेंसिक टीम द्वारा मोबाइल से डिलीट किए गए डेटा को रिकवर करने की कोशिश की जा रही है, ताकि और सबूत मिल सकें।
2019 में पाकिस्तान गए पठान खान पर था शक
पठान खान का नाम पहले भी सुरक्षाबलों की रडार पर था। वह 2019 में पाकिस्तान गया था और कुछ समय वहां रहकर लौट आया था। उसके पाकिस्तान से लौटने के बाद पुलिस को सूचना मिली थी कि वह जासूसी कर रहा है, लेकिन पुख्ता सबूत न होने के कारण उसे गिरफ्तार नहीं किया जा सका। अब सुरक्षा एजेंसियों को पुख्ता सबूत मिलने के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।
सुरक्षा एजेंसियों की सख्त निगरानी
भारत और पाकिस्तान की सीमा पर सीमा सुरक्षा बल (BSF) के जवान तैनात हैं, जो सीमा की रक्षा करते हैं। वहीं, देश के भीतर सक्रिय पाकिस्तानी जासूसों की गतिविधियों पर निगरानी रखने के लिए केंद्रीय गुप्तचर एजेंसियां और लोकल पुलिस एक साथ मिलकर काम करती हैं। इस मामले में भी पठान खान पर विशेष निगरानी रखी जा रही थी, और अब उसे पकड़ने में सफलता मिल गई है।
भारतीय सुरक्षा की अहम सफलता
इस कार्यवाही को भारतीय सुरक्षा एजेंसियों की बड़ी सफलता माना जा रहा है, क्योंकि इसने भारतीय सैन्य प्रतिष्ठानों की तस्वीरें और वीडियो पाकिस्तान भेजने वाले जासूस को पकड़ लिया। इस प्रकार की घटनाएं भारतीय सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण होती हैं, और इससे यह भी संदेश जाता है कि भारतीय सुरक्षा एजेंसियां पाकिस्तान के जासूसों की गतिविधियों पर कड़ी नजर रख रही हैं।
अब पठान खान से पूछताछ जारी है, और सुरक्षा एजेंसियों को उम्मीद है कि उसके द्वारा दिए गए और भी अहम सुराग मिल सकते हैं। इसके अलावा, इस गिरफ्तारी से यह साबित होता है कि भारत अपनी सुरक्षा को लेकर बेहद सजग है और किसी भी तरह की जासूसी गतिविधियों को कड़ी नजर से देखता है।