मुंबई: भारत के सबसे बड़े बिजनेस टाइकून और टाटा संस के मानद चेयरमैन रतन टाटा का बुधवार (09 अक्टूबर 2024) देर रात निधन हो गया। वह 86 वर्ष के थे। रतन टाटा पिछले कई दिनों से बीमार चल रहे थे और रूटीन चेकअप के लिए अस्पताल जा रहे थे। बुधवार शाम उनकी अचानक तबीयत खराब हो गई जिसके बाद उन्हें मुंबई के एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था।
प्रधानमंत्री ने जताया शोक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रतन टाटा के निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर लिखा कि रतन टाटा जी के साथ अनगिनत बातचीत से मेरा मन भरा हुआ है।
एन चंद्रशेखरन ने की पुष्टि
रतन टाटा के निधन पर एन चंद्रशेखरन ने बयान जारी किया।
उन्होंने कहा कि हम रतन नवल टाटा को बहुत ही गहरे दुख के साथ विदाई दे रहे हैं।
रतन टाटा का जीवन
रतन टाटा का जन्म 28 दिसंबर 1937 को मुंबई में हुआ था। साल 2008 में केंद्र सरकार ने टाटा को ‘पद्म विभूषण’ से सम्मानित किया था। उन्होंने 1996 में दूरसंचार फर्म टाटा टेलीसर्विसेज की स्थापना की और 2004 में आईटी फर्म टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज की शुरुआत की थी। टाटा मोटर्स ने 2008 में फोर्ड मोटर कंपनी से ब्रिटिश लग्जरी ऑटो ब्रांड जगुआर और लैंड रोवर को 2.3 बिलियन डॉलर में खरीदा था।
टाटा में उनका नेतृत्व
टाटा मोटर्स में उनकी पसंदीदा परियोजनाओं में इंडिका और नैनो शंमिल थी। यह भारत में डिजाइन और निर्मित पहला कार मॉडल था, जिसे दुनिया की सबसे सस्ती कार बताया गया था।
विवाद
वर्ष 2016 में कंपनी द्वारा अरबपति शापूरजी पल्लोनजी परिवार के वंशज साइरस मिस्त्री को टाटा संस के चेयरमैन पद से हटाए जाने के बाद सार्वजनिक दोनों में विवाद हुआ था।